Edited By Vaneet,Updated: 29 Jul, 2020 03:55 PM
कोरोना महामारी के दौरान पावरकॉम ने राज्य की इंडस्ट्री को कुछ राहत देने की बजाय नया तानाशाही आदेश जारी करते हुए कहा कि अब यदि लार्ज...
लुधियाना(सलूजा): कोरोना महामारी के दौरान पावरकॉम ने राज्य की इंडस्ट्री को कुछ राहत देने की बजाय नया तानाशाही आदेश जारी करते हुए कहा कि अब यदि लार्ज व मीडियम इंडस्ट्री शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी तो उसको प्रति यूनिट 2 रूपए अधिक का भुगतान करना होगा।
पावरकॉम के इस उद्योग विरोधी फैसले के रोष में जनता नगर स्मॉल स्केल मैन्युफैक्चरिंग एसो के प्रधान जसविंदर सिंह ठुकराल ने मीटिंग बुलाई। ठुकराल ने कहा कि इस फैसले से इंडस्ट्री पर करोड़ों रूपए का बोझ पड़ेगा जो उद्योगपति किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं कर पाएगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा संकट के दौरान इंडस्ट्री की हालत तो पहले ही डावाडोल हो चुकी है। इससे पहले जो सरकार ने 2 महीनों के फिक्स चाजिर्ज खत्म करने का ऐलान किया था, वह भी रैगुलेटरी कमिशन की तरफ से रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के उद्योग विरोधी फैसले लागू करने की सलाह सरकार को कौन देता है, समझ से बाहर की बात है।
हर देश व राज्य की आर्थिकता की रीढ़ की हड्डी इंडस्ट्री को ही माना जाता है। यदि सरकार ही नहीं चाहती कि इंडस्ट्री चले तो फिर उद्योगपति क्या कर सकते हैं। इस तरह के तानाशाही आदेशों से तो उद्योगपति खुद ही इंडस्ट्री को ताले लगाने पर मजबूर हो जाएंगे। ठुकराल ने बताया कि वह जल्द ही इस संबध में चेयरमैन पावरकॉम ए वीनू प्रसाद व रैगुलेटरी कमिशन की चेयरपर्सन कुसमजीत सिद्वू से मुलाकात करके अपना रोष जताएंगे। इस अवसर पर इंद्रजीत सिंह, वलैती राम दुर्गा, शविंदर सिंह हूंजन, सुमेश कुमार कोछड़, हरजीत सिंह पनेसर व पवन कुमार ढंड आदि उपस्थित थे।