Edited By Anjna,Updated: 29 Apr, 2018 08:25 AM
पंजाब प्रदेश में बढ़ चुके प्रदूषण पर जहां सरकार और जनता परेशान है वहीं प्रदेश के 6 बड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान को पार कर रहा है। ये शहर है अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़, पटियाला और फगवाड़ा-कपूरथला।
अमृतसर (इन्द्रजीत): पंजाब प्रदेश में बढ़ चुके प्रदूषण पर जहां सरकार और जनता परेशान है वहीं प्रदेश के 6 बड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान को पार कर रहा है। ये शहर है अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़, पटियाला और फगवाड़ा-कपूरथला।
अमृतसर में प्रदूषण का स्तर भी काफी बढ़ चुका है और एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) बराबर 150 को पार करता जा रहा है। वहीं प्रदूषण को लेकर पंजाब सरकार द्वारा स्थापित किया गया प्रदूषण विभाग सफेद हाथी बनकर रह गया है। इस संबंध में ‘पंजाब केसरी’ द्वारा किए सर्वेक्षण में पता चला है कि नगर भर में दर्जनों ऐसे बड़े कारखाने हैं जो भारी मात्रा में प्रदूषण छोडऩे का काम करते हैं।
पैट-कोक बन रहा प्रदूषण का कारण
बड़े कारखानों में ऊर्जा के लिए जलाया जाने वाला पैट-कोक प्रदूषण का एक बड़ा कारण बन रहा है। सरकार की ओर से पैट-कोक जलाने वाले कारखानों को मानक के अनुसार निर्देश दिए गए हैं कि इसके प्रदूषण को हवा में फैलने से रोकने के लिए सक्रबर लगाए जाएं ताकि प्रदूषण अनियंत्रित न हो।
कई प्रदेशों में पैट-कोक बैन
बढ़ रहे प्रदूषण के कारण देश के कई प्रदेशों में पैट-कोक बैन हो चुका है। इसमें दिल्ली, एन.सी.आर. सहित कई ऐसे प्रदेश हैं जहां अधिक इंडस्ट्री है, बंद किया गया है। जिन प्रदेशों में पैट-कोक का इस्तेमाल होता है वहां सक्रबर लगाने जरूरी हैं।
यह मेरे लैवल का प्रश्न नहीं
पंजाब प्रदूषण विभाग के एस.सी. हरबीर सिंह से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि फैक्टरियों के सक्रबर तो काम कर ही रहे हैं किन्तु यह पूछे जाने पर क्या विभाग इस बात की गारंटी लेता है कि सक्रबर पूरी तरह से काम कर रहे हैं तो एकदम अपने बयान से पलटते हुए कहा कि यह मेरे लैवल का प्रश्न नहीं है। इसके बाद उन्होंने अन्य अधिकारी से बात करने को कहा, बार-बार फोन करने पर किसी ने फोन नहीं उठाया।