Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jun, 2017 03:09 PM
बम बनाने वाले रतजवीर सिंह की मौत के बाद एक ओर नया खुलासा हुआ है।
पटियालाः बम बनाने वाले रतजवीर सिंह की मौत के बाद एक ओर नया खुलासा हुआ है। आज हम आपको वह जगह दिखाने जा रहे हैं जहां रजतवीर की तरफ से बनाए बमों को टैस्ट किया जाता था। जी हां यह जगह है पटियाला में पड़ता गांव डेरा फिलोली। पंजाब केसरी टीम ने जब इस जगह का निरीक्षण किया तो यहां बमों को टैस्ट करने दौरान पड़े निशान दीवारों पर पड़े नजर आए।
इसके अलावा इस जगह पर बमों के टुकड़े ,ओर सामान भी देखने को मिला। इलाका वासियों का कहना है कि पिछले 2 महीनों' से उन्हें बमों के धमाकों की आवाजें सुनाई देती थीं लेकिन पिछले 10 दिनों' से इन आवाजों में काफी बढ़ौतरी हो गई थी।
लड़की के परिवार वालों ने की थी पिटार्इ
जानकारी के अनुसार इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा रजतदीप सिंह चंडीगढ़ की एक लड़की से एकतरफा प्यार करता था। रजतदीप हर रोज लड़की का पीछा करता था, जिससे तंग आकर उसने अपने परिवार को बताया। लड़की के परिवार वालों ने रतजवीर की जमकर पिटार्इ की लेकिन उसने हार न मानते हुए व बदला लेने के लिए बम बनाने शुरू कर दी। यहां तक कि बम का ट्रायल लेने के लिए उसने खाली मैदान में कई बार धमाका भी किया। आसपास के लोगों ने इस बारे पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने रंगे हाथों युवक को काबू किया। पुलिस को देख उसने फायरिंग करनी शुरू कर दी, जिसमें एक पुलिस कर्मी घायल हो गया। थोड़ी देर बाद युवक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
फेसबुक पर नजर आया आतंकी कनेक्शन
रजतवीर सिंह सोढी के फेसबुक पेज से स्पष्ट होता है कि वह जेहादी मुस्लिम नेताओं से काफी ज्यादा प्रभावित था। रजतवीर सिंह ने ओसामा बिन लाडेन से लेकर मसूद अजहर से संबंधित वीडियो अपने फेसबुक पेज पर डाली हुई थी। रजतवीर ने 30 मई को अपना फेसबुक पेज अपडेट किया और अंतिम वीडियो भी जेहादी नेताओं वाली ही शेयर की हुई है। जिसमें मुस्लिम आतंकवादियों के प्रशिक्षण से लेकर जेहाद के लिए उकसाने वाली बातें दिखाई गई हैं। रजतवीर सिंह सोढी द्वारा अपने फेसबुक पेज पर ऐसी कई वीडियो शेयर की गई हैं। जेहादी मुस्लिम नेताओं की वीडियो शेयर का पहलू सामने आने के बाद वह फेसबुक के साथ किस-किस के साथ अटैच था, आदि की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। डी.आई.जी. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि सबसे पहले फेसबुक पेज की ऑथैंटीसिटी चैक की जाएगी। इसके बाद साइबर सैल जांच करेगा।