Edited By Updated: 05 Feb, 2017 07:09 PM
पंजाब के अंदर विधानसभा चुनावों की वोटिंग का काम खत्म होने के बाद...
जलालाबाद(गोयल): पंजाब के अंदर विधानसभा चुनावों की वोटिंग का काम खत्म होने के बाद उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीनों मेें कैद होकर रह गया है।
जलालाबाद की हाट सीट पर तीनों प्रमुख पार्टियों के मजबूत दावेदार होने के कारण पंजाब के लोगों की नजरें उक्त सीट पर भी टिकी हुई हैं, लेकिन अब वोटिंग खत्म होने के बाद उम्मीदवारों को 11 मार्च तक अपने भविष्य के फैसले का इंतजार करना पड़ेगा लेकिन इसी बीच विभिन्न पार्टियों से संबंधित खास अकाली दल, कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के समर्थक अपने अपने उम्मीदवार की विजय का सूत्र निकालने के लिए प्लस-माइनस करने में अभी से ही जुट गए हैं और अनुमान लगा रहे हैं कि उनके चहेते नेता कितने अंतर के साथ चुनाव जीतेंगे।
उम्मीदवारों की जीत और हार के फैसले को लेकर समर्थकों में अभी से ही उत्सुकता नजर आ रही है तो वहीं आम वोटरों की नजरें भी विधानसभा के नतीजों पर हैं। जो लोग राजनीति के रास्ते से गुजरना पसंद नहीं करते थे वहीं वो भी लोग अंदर-अंदर परिणाम निकाल कर सरकार बनने के दावे कर रहे हैं।
यहां बता दें कि पिछले 25 वर्षों के दौरान जलालाबाद हलके के लोगों की किस्मत का सितारा काफी बुलंद रहा है क्योंकि उक्त क्षेत्र से जिस पार्टी का उम्मीदवार चुनाव जीता है राज्य में सरकार भी उसी पार्टी की बनी है। इस बार मुकाबला अकाली दल और कांग्रेस में ही नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के बीच भी है जो राज्य में सरकार बनाने का दावा कर रही है। लेकिन अगर इस बार जलालाबाद सीट से विजयी उम्मीदवार से संबंधित राज्य में सरकार बनती है तो निश्चित ही जलालाबाद के भविष्य की नींव पांच साल और बढ़ेगी और शहर तरक्की की राह पर अग्रसर होगा।