Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jul, 2017 09:56 AM
नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्समें 17 गेम्स के लिए इंटरव्यू देने पहुंचे खिलाडिय़ों को इस बार कैंपस में रहने की जगह नहीं मिली है। एन.आई.एस. के सभी होस्टल इस बार खाली ही हैं।
पटियाला (प्रतिभा): नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्समें 17 गेम्स के लिए इंटरव्यू देने पहुंचे खिलाडिय़ों को इस बार कैंपस में रहने की जगह नहीं मिली है। एन.आई.एस. के सभी होस्टल इस बार खाली ही हैं। वहीं देश भर से इंटरव्यू देने पहुंचे 800 के करीब खिलाडिय़ों को रहने के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। खासकर लड़कियां जोकि बाहरी राज्यों से यहां इंटरव्यू देने पहुंची हैं, उन्हें काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इंटरव्यू, लिखित टैस्ट और मैडीकल 6 से 8 जुलाई तक चलने हैं। वहीं 3 दिन तक इंटरव्यू चलने हैं और ये खिलाड़ी बाहर रहने को मजबूर हैं। हालांकि इसका कारण क्या है, यह इन खिलाडिय़ों को भी नहीं पता। इस दौरान जब इंटरव्यू देकर बाहर आ रहे खिलाडिय़ों से पूछा गया तो उनका कहना था कि हर बार एन.आई.एस. में खिलाडिय़ों को जगह मिलती है पर इस बार एक भी खिलाड़ी को कैंपस में रहने के लिए जगह नहीं दी गई है। इस वजह से मजबूर होकर सभी खिलाड़ी बहुत मुश्किल से एडजस्टमैंट करके रह रहे हैं। वहीं अथारिटी का कहना है कि इस बार होस्टल रिपेयर हो रहे हैं, इसलिए उन्होंने किसी को भी रहने के लिए जगह नहीं दी। हालांकि यह बात तो पहले से ही अथारिटी को पता होती है कि इंटरव्यू होने हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया।
इस बार बढ़ाई गई हैं सीटें
एन.आई.एस. में अब तक 16 गेम्स के लिए 300 के करीब सीटें तय थीं। जबकि इस बार सीटों में बढ़ौतरी हुई है। वहीं योगा को भी शामिल किया गया है तो 17 गेम्स के लिए इस बार देश के हर कोने से खिलाड़ी पहुंचे हैं। मिनिस्ट्री ऑफ स्पोर्ट्स ने देश के तीनों एन.आई.एस. को स्ट्रैंथ बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। इसलिए इस बार एन.आई.एस. में सीटें भी बढ़ाई गई हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार 375 के करीब सीटें हो गई हैं।
हर साल एडमिशन के लिए पहुंचते हैं इतने ही खिलाड़ी
एन.आई.एस. पटियाला देश का प्रमुख खेल संस्थान है। इस बार 17 के करीब गेम्स के लिए इंटरव्यू हो रही है। पहले 16 गेम्स के लिए होती थी और इस बार योगा को भी शामिल किया गया है। हर साल ही 700 से ज्यादा खिलाड़ी इंटरव्यू, मैडीकल, लिखित टैस्ट देने के लिए पहुंचते हैं। इन खिलाडिय़ों को रहने के लिए कैंपस के अंदर बने होस्टलों में ही जगह दी जाती थी। जहां ये खिलाड़ी खाने का खर्चा देते थे। पर इस साल अथारिटी ने 800 के करीब पहुंचे खिलाडिय़ों को अंदर कैंपस में रहने को जगह नहीं दी है। इनमें से 300 से 400 के करीब महिला खिलाड़ी भी पहुंची हैं।
50 साल बाद होस्टल रिपेयर हो रहे हैं, इसलिए नहीं दिए : राय
इसे लेकर ई.डी. एस.एस. राय ने कहा कि 50 साल के बाद एन.आई.एस. के होस्टल रिपेयर हो रहे हैं। जिन होस्टलों में इंटरव्यू देने वाले खिलाडिय़ों को ठहराया जाता था, उनकी रिपेयर हो रही है। जो नैशनल कैंपर्स के होस्टल हैं, वहां वो रह रहे हैं। राय ने कहा कि अब अगर खिलाड़ी बाहर रहने को मजबूर हैं तो इसमें हम क्या कर सकते हैं। रिपेयरिंग के दौरान ही इंटरव्यू सैशन तो आना ही था।