Edited By Updated: 13 May, 2017 10:45 AM
पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा विधायकों पर शराब तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस आज उस समय बैकफुट पर आ गई
जालंधर (विशेष) : पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा विधायकों पर शराब तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस आज उस समय बैकफुट पर आ गई जब पिछले दिनों थाना डिवीजन नं. 3 द्वारा 21 पेटी अवैध शराब के साथ पकड़े शराब तस्कर राजा वर्मा की तस्वीरें सैंट्रल विधानसभा हलका के विधायक राजिन्द्र बेरी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
राजा को छुड़वाने के लिए कांग्रेसी नेता ने लगाया जोर
तस्वीरों में शराब तस्कर राजा के साथ बेरी व कई अन्य कांग्रेसी नेता भी दिखाई दे रहे हैं जिसके बाद भाजपा नेताओं की भौंहें तन गईं और उन्होंने राजिन्द्र बेरी पर ताबड़तोड़ हमले बोलते हुए गंभीर आरोप जड़ दिए। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस नशों को लेकर जनता को गुमराह करती आ रही है जबकि कांग्रेसी नेताओं के शराब तस्करों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। भाजपा ने तस्कर राजा वर्मा के साथ बेरी की तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि उक्त तस्कर बेरी के मोहल्ले सैंट्रल टाऊन का निवासी है। भाजपा ने आरोप लगाया कि राजा को छुड़वाने के लिए कांग्रेसी नेता ने एड़ी-चोटी का जोर भी लगाया था परंतु थाना के पूर्व प्रभारी नरेश जोशी ने किसी भी दबाव में नहीं आए और उन्होंने राजा व उसके एक अन्य साथी के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करके गिरफ्तारी दिखा दी।
कैप्टन ने गुटका साहिब पकड़ कर खाई थी सौगंध
इस मामले के उजागर होने के बाद कांग्रेस की राजनीति में हड़कम्प मच गया क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने चुनावों से पहले हाथ में गुटका साहिब पकड़ कर सौगंध खाई थी कि वह 4 सप्ताह के भीतर पंजाब से नशों का सफाया कर देंगे। कै. अमरेन्द्र ने तो अपने सभी विधायकों को सख्त निर्देश तक दे रखे हैं कि वह किसी भी ड्रग व शराब तस्कर की पुलिस अधिकारियों को सिफारिश न करें। पुष्ट सूत्रों की मानें तो अगर विधायक बेरी की राजा को छुड़ाने में संलिप्तता उजागर हो गई तो कांग्रेस के लिए यह बेहद नामोशी की बात होगी क्योंकि भाजपा विधायकों पर हमले बोलने वाले विधायक बेरी और उनके साथियों के खिलाफ अब भाजपा नेता भी सड़कों पर उतरने की तैयारी में जुट गए हैं।