Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2017 02:27 PM
आम आदमी पार्टी(आप) के सीनियर नेता और वि.स. में विपक्ष के नेता....
जालंधर(बुलंद):आम आदमी पार्टी(आप) के सीनियर नेता और वि.स. में विपक्ष के नेता एच.एस. फूलका द्वारा दिए गए इस्तीफे के बाद अन्य विरोधी पार्टियों ने ‘आप’ पर हमले तेज कर दिए हैं और सीधे रूप से कहा कि ‘आप’ असल में सिखों की भावनाओं से खेल रही है।
यहां वर्णनीय है कि 9 जुलाई को फूलका ने विरोधी नेता के पद से इस्तीफे की घोषणा यह कह कर की थी कि वह दिल्ली सिख दंगा पीड़ितों का केस लडना चाहते हैं, दिल्ली बार कौंसिल ने फूलका को कहा था कि जब तक उनके पास कैबिनेट मंत्री की सुविधाएं और वेतन मौजूद होगा तब तक वह बतौर वकील उक्त केस में प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे, इसीलिए फूलका ने सिख दंगा पीड़ितों को आधार बनाकर अपने इस्तीफे की पेशकश की थी।
वहीं कांग्रेस ने फूलका के इस्तीफे पर हमलावर अंदाज में कहा कि फूलका जानबूझ कर सिख दंगा पीड़ितों का सहारा लेकर इस्तीफा दे रहे हैं, पर सच्चाई यह है कि फूलका विधानसभा में अपने विधायकों को साथ लेकर चलने में विफल रहे हैं। बजट सैशन में भी फूलका अपने विधायकों को साथ नहीं ले पाए और सरकार को घेरने में विफल रहे। कांग्रेसी नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने फूलका के इस्तीफे को महज सियासी स्टंट बताते हुए कहा कि फूलका अपने सिख दंगा पीड़ितों के हिमायती वाले चेहरे को कैश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ‘आप’ अंदरखाते बुरी तरह बिखरी हुई है और नेता सारे विधायक पार्टी छोड़कर भागने के बहाने ढूंढ रहे हैं।
वहीं शिअद ने कहा कि फूलका का इस्तीफा एक ड्रामा है। एक ओर ‘आप’ कांग्रेस हिमायती मीरा कुमारी को राष्ट्रपति चुनाव में मदद देने की बात कर रही है, वहीं फूलका कांग्रेसी राज में सिख दंगों के पीड़ितों के केस लडऩे के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। ऐसे में फूलका को अपना स्टैंड क्लीयर करना चाहिए। दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के महासचिव मनजिंद्र सिंह सिरसा का कहना है कि फूलका का इस्तीफा ड्रामेबाजी है, फूलका बताएं कि ‘आप’ पार्टी ने दिल्ली में दंगा पीड़ितों के लिए किया ही क्या है। ऐसे में उनका इस्तीफा वि.स. में विपक्ष के नेता पद से नहीं बल्कि पार्टी से होना चाहिए था। मामले बारे फूलका से बात करनी चाही पर उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।
फूलका का इस्तीफा ब्लैकमेलिंग: तृणमूल कांग्रेस
एच.एस. फूलका के वि.स. में विरोधी दल नेता से इस्तीफे पर तृणमूल कांग्रेस ने फूलका व ‘आप’ पर निशाना साधा है। पार्टी के जालंधर जिला प्रधान तरनदीप शन्नी ने प्रैस बयान जारी करके कहा है कि फूलका का इस्तीफा असल में ब्लैकमेङ्क्षलग है। सन्नी ने कहा कि ‘आप’ में लगातार फूलका की अनदेखी हो रही थी। पहले पंजाब वि.स. चुनावों में टिकटें बांटते समय फूलका को अहमियत नहीं दी गई फिर छोटेपुर और घुग्गी को कन्वीनर बनाते समय फूलका को अनदेखा किया गया, ऐसे में पार्टी में अपनी पहचान कायम रखने के लिए फूलका ने इस्तीफा का स्टंट खेला है। सन्नी ने कहा कि फूलका जानते हैं कि पार्टी में उनके पद का कोई नेता नहीं है, पर पार्टी जिस प्रकार उनकी अनदेखी कर रही है उससे खफा होकर फूलका ने इस्तीफा दिया है।