Edited By Vatika,Updated: 20 Aug, 2019 02:41 PM
नशे पर नकेल कसने में अफसल रही पंजाब सरकार की कारगुजारी को देखते अब सरहदी क्षेत्र के लोग नशा विरोधी लहर के मुख्य संस्थापक पूर्ण सिंह संधू
अमृतसर (दलजीत): नशे पर नकेल कसने में अफसल रही पंजाब सरकार की कारगुजारी को देखते अब सरहदी क्षेत्र के लोग नशा विरोधी लहर के मुख्य संस्थापक पूर्ण सिंह संधू रणीके के नेतृत्व में खुद अपने ब‘चे बचाने के लिए आगे आए हैं। सरहद के साथ लगते 11 गांवों को नशा मुक्त बनाने के लिए लोगों द्वारा जन आंदोलन छेड़ दिया गया है। इस संबंधी सांझी 23 सदस्यीय कमेटी गठित की गई जो नशा स्मगलरों को पकड़ेगी।
नशा विरोधी लहर के मुख्य संस्थापक पूर्ण सिंह संधू रणीके ने बताया कि सरकार नशों के खात्मे संबंधी बुरी तरह फैल हुई है। सरहदी क्षेत्र के गांवों में रोजाना ही नशों की चपेट में आने वाले कई नौजवान मौत के मुंह में जा रहे हैं। पीड़ित परिवार खून के आंसू रो रहे हैं और सरकार नशों पर नकेल कसने संबंधी कागजों तक ही सीमित है। सरकार के नशों प्रति नरम व्यवहार को देखते हुए अब सरहदी क्षेत्र के लोगों द्वारा खुद अपने ब‘चों को बचाने के लिए गांवों में 23 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी लगातार निरीक्षण करेगी और जहां भी कोई नशा स्मगलर होंगे उन्हें पकड़ेगी। वहीं नशों के मामले में पुलिस मुलाजिमों की भागीदारी पाई गई तो उसे जनता की कचहरी में काला मुंह करके पुलिस हवाले किया जाएगा।
गुरुद्वारों और मंदिरों में सुबह-शाम करवाई जा रही मुनियादी
उन्होंने कहा कि गांवों के गुरुद्वारों/मंदिरों के स्पीकरों में इस संबंधी जहां सुबह-शाम संतों और पुजारियों द्वारा मुनियादी की जा रही है, वहीं गांवों में पोस्टर लगा कर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। संधू रणीके ने पंजाब के लोगों से अपील की कि गुटका साहिब हाथ में पकड़ कर नशों पर नकेल कसने में असफल रहे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर निर्भर न रह कर खुद लोग अपने बच्चों को नशों के स्मगलरों से बचाने के लिए गांवों में कमेटियों को गठित करें और उनकी कमेटी नशे खिलाफ जन आंदोलन छेड़े।