Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 09:10 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बेहतरीन कार्यप्रणाली का एक उदाहरण उस समय सामने आया जब पटियाला के नजदीक कस्बा सनौर की 7वीं कक्षा की छात्रा द्वारा राजघाट के जूता घर में अधिक पैसे लेने को लेकर की गई शिकायत पर कार्रवाई कर बच्ची और उसके पिता को किए गए...
पटियाला (बलजिन्द्र) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बेहतरीन कार्यप्रणाली का एक उदाहरण उस समय सामने आया जब पटियाला के नजदीक कस्बा सनौर की 7वीं कक्षा की छात्रा द्वारा राजघाट के जूता घर में अधिक पैसे लेने को लेकर की गई शिकायत पर कार्रवाई कर बच्ची और उसके पिता को किए गए एक्शन के बारे में सूचित भी किया।
हशमिता की उम्र 13 साल की है और वह सेंट मैरी स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ती है। प्रधानमंत्री के निर्देश पर राजघाट कमेटी की ओर से लिए गए एक्शन संबंधी भेजे गए पत्र की कापी दिखाते हुए हशमिता के पिता अमरदीप सिंह ने बताया कि वह अपने परिवार सहित राजघाट पर गए थे। वहां वह जब जूता घर में अपने जूते जमा करवाने गए तो उनसे 10 रुपए मांगे गए जबकि वहां एक रुपए लिख कर लगाया गया था। पूछे जाने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने वहां देखा कि विदेशों से आने वाले सैलानियों से 50 से 100 रुपए तक भी लिए जा रहे थे। अमरदीप सिंह ने बताया कि इसको लेकर उसकी बेटी हशमिता ने उससे कई सवाल पूछे और घर आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में पत्र लिखा।
उन्होंने बताया कि आज उस पत्र का राजघाट समाधि कमेटी की ओर से जवाब भी आ गया है। जिसमें कमेटी ने उन्हें अवगत करवाया कि उनके द्वारा भेजे गए पत्र पर प्रधानमंत्री ने नोटिस लेते हुए कमेटी को एक्शन लेने के लिए कहा था और कमेटी ने जांच के बाद संबंधित कर्मचारियों को हटा दिया है। वहां सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगा दिए गए हैं।