Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 11:39 AM
जिस तरह एक आतंकवादी के दिमाग में मरने और मारने का जुनून भर दिया जाता है ठीक उसी तरह इस समय दुनिया भर में तहलका मचा रही ब्ल्यू व्हेल गेम बारे सुनने को मिल रहा है।
बटाला (सैंडी, साहिल): जिस तरह एक आतंकवादी के दिमाग में मरने और मारने का जुनून भर दिया जाता है ठीक उसी तरह इस समय दुनिया भर में तहलका मचा रही ब्ल्यू व्हेल गेम बारे सुनने को मिल रहा है। चाहे गत दिवस बटाला के एक नामी स्कूल की छात्रा को समय रहते तीसरी मंजिल से उतार कर बचा लिया गया है लेकिन जहां केवल ‘पंजाब केसरी’ में लगी ब्ल्यू व्हेल गेम की खबर की हर गली-मोहल्ले में चर्चा रही, वहीं अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा और सारा दिन लोग स्कूल और लड़की का नाम ढूंढते रहे।
पीड़ित लड़की की हरकतों से अवगत थे साथी बच्चे
चाहे कल बटाला के प्रसिद्ध स्कूल ने अपनी संस्था की बदनामी के डर से संबंधित खबर को छुपाने की हर संभव कोशिश की, पर इस सबके बावजूद अहम सूत्र अनुसार जो खुलासे हुए हैं, वह हैरानीजनक हैं। सूत्र बताते हैं कि 7वीं कक्षा की छात्रा कई दिनों से ब्ल्यू व्हेल गेम से पीड़ित थी और वह अपने साथियों को इस बारे अलग-अलग बातें बता रही थी। स्कूल के ही कुछ बच्चों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि लड़की लगभग ब्ल्यू व्हेल गेम के चक्रव्यू में फंस चुकी थी जिस बारे काफी छात्रों और स्टाफ को जानकारी थी।
क्या वाक्या ही लड़की कर रही थी 17-18 को मरने की तैयारी
उक्त खौफनाक गेम बारे अहम सूत्र यहां तक संकेत दे रहे हैं कि स्कूल के बच्चों में यह चर्चा थी कि पीड़ित लड़की यह कहती सुनी गई कि ब्ल्यू व्हेल गेम का उसका अंतिम टास्क 17 या 18 सितम्बर को है और वह उससे पहले या इन तिथियों को अपने लास्ट टास्क दौरान खुदकुशी कर लेगी। कुछ बच्चों ने यह भी बताया कि इस सबकी जानकारी स्कूल की मैनेजमैंट और प्रिंसीपल को मिल चुकी थी और उन्होंने अपने स्तर पर लड़की को बुलाकर सख्ती से समझाने की कोशिश भी की थी लेकिन कहा जा रहा है कि उक्त गेम का जिस पर भी असर होता है वह किसी अन्य की सुनने के काबिल नहीं रहता।