Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 01:21 PM
पंजाब में एक छात्र द्वारा ब्लू व्हेल गेम खेलने के बाद आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने आने पर शहर में बच्चों के माता-पिता व स्कूल प्रबंधकों में खलबली मच गई है कि...
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): पंजाब में एक छात्र द्वारा ब्लू व्हेल गेम खेलने के बाद आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने आने पर शहर में बच्चों के माता-पिता व स्कूल प्रबंधकों में खलबली मच गई है कि बच्चे इस गेम की चपेट में न आ जाएं। यहां के प्रसिद्ध सैक्रेड हार्ट कान्वैंट स्कूल रायकोट रोड की प्रिंसीपल ने बाकायदा स्कूल के सारे बच्चों के माता-पिता को संदेश भेजे हैं कि आप अपने बच्चों पर नजर रखें कि कहीं आपका बच्चा ब्लू व्हेल गेम तो नहीं खेल रहा। बरनाला में भी कुछ बच्चों के गेम खेलने का मामला सामने आया है जोकि बहुत ही खतरनाक है।
पूरी दुनिया में इस गेम के खेलने पर लगी रोक
भारत में ब्लू व्हेल गेम खेलकर कई छात्र अपनी जान गंवा चुके हैं। कुछ दिन पहले मुंबई में भी छात्र यह गेम खेलकर अपनी जान गंवा चुके हैं। 2013 में रशिया के एक व्यक्ति ने इस गेम को बनाया था। यह गेम खेलकर पूरे देश में कई छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। इसके बाद गेम बनाने वाले व्यक्ति को जेल में बंद कर दिया गया था व पूरी दुनिया में इस गेम पर रोक लगा दी थी परंतु अब कुछ लोग चोरी-छिपे इस गेम का एडमिन बनकर यह गेम खेला रहे हैं जिससे बच्चा मनोरोगी बन जाता है व अपनी जान गंवा बैठता है।
यदि बच्चा छिपकर इंटरनैट का प्रयोग करे तो डाक्टर से चैकअप करवाओ
परमिन्द्र सिंह शम्मी ठुलीवाल ने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों पर पूरी नजर रखें। विशेषकर जब बच्चे की आयु 9 से लेकर 20 वर्ष तक हो और यदि बच्चा छिपकर इंटरनैट का प्रयोग करता है या गुमसुम रहता है तो फौरन उस बच्चे को मनोवैज्ञानिक डाक्टर को दिखाना चाहिए कि कहीं आपका बच्चा ब्लू व्हेल गेम तो नहीं खेलने लगा।
2 बच्चों के गेम खेलने बारे पता चला
वाई.एस. स्कूल के डायरैक्टर वरुण भारती ने बात करते कहा कि हमारी स्कूल की मैनेजमैंट इस मुद्दे पर बहुत ही गंभीर है। हमने सारी क्लासों में बच्चों की काऊंसङ्क्षलग की है कि वे दिन में क्या-क्या करते हैं व मोबाइल पर कौन-कौन सी गेम खेलते हैं। इस दौरान 2 बच्चों ने कहा कि हम मोबाइल पर ब्लू व्हेल गेम खेल रहे हैं जिस पर फौरन इन बच्चों के माता-पिता को सूचित किया गया।