Edited By swetha,Updated: 01 Sep, 2018 10:04 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गेहूं और धान खरीद संबंधी अनाज खाते के 31,000 करोड़ रुपए के तुरंत निपटारे के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली से निजी दखल की मांग की है। पूर्व सरकार ने राज्य और केंद्र के बीच व्यवस्थित करने की जगह गलती...
चंडीगढ़/नई दिल्ली(अश्वनी): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गेहूं और धान खरीद संबंधी अनाज खाते के 31,000 करोड़ रुपए के तुरंत निपटारे के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली से निजी दखल की मांग की है। पूर्व सरकार ने राज्य और केंद्र के बीच व्यवस्थित करने की जगह गलती से अपने सिर राशि ले ली थी।
शुक्रवार सायं केंद्रीय वित्त मंत्री के सरकारी निवास पर मीटिंग दौरान मुख्यमंत्री ने जेतली के समक्ष मुद्दा उठाते हुए बताया कि 31,000 करोड़ में 12,000 करोड़ रुपए मूल राशि है जबकि 19,000 करोड़ ब्याज है। यह वित्तीय दबाव का सामना कर रहे राज्य पर अतिरिक्त बोझ है। उन्होंने 2003-04 से एफ.सी.आई. के लिए राज्य एजैंसियों की खरीद के लिए भी खातों को व्यवस्थित न करने संबंधी राशि का जिक्र किया।
केंद्रीय मंत्री जेतली ने भरोसा दिलवाया कि वह मामले का तेजी से निपटारा करेंगे। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के नेतृत्व में राज्य के अधिकारियों की उच्च स्तरीय टीम समूचे मामले संबंधी विचार-विमर्श करने के लिए भेजें। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव करन अवतार सिंह भी उपस्थित थे।