Edited By Anjna,Updated: 25 May, 2018 08:13 AM
बुधवार को आग लगने से राख हुई प्रवासी मजदूरों की 300 से अधिक झुग्गियों में रह रहे पीड़ित परिवारों के सदस्यों की सहायता के लिए इलाका नूरपुरबेदी के लोग दिल खोलकर सहायता के लिए आगे आए। आगजनी की घटना के बाद देर रात और आज दोपहर तक विभिन्न गांवों से अनाज,...
नूरपुरबेदी(संजीव): बुधवार को आग लगने से राख हुई प्रवासी मजदूरों की 300 से अधिक झुग्गियों में रह रहे पीड़ित परिवारों के सदस्यों की सहायता के लिए इलाका नूरपुरबेदी के लोग दिल खोलकर सहायता के लिए आगे आए। आगजनी की घटना के बाद देर रात और आज दोपहर तक विभिन्न गांवों से अनाज, लंगर और कपड़ों से लदी दर्जनों ट्रालियां पहुंचीं। रात के समय उक्त परिवारों के लिए स्थानीय समिति विश्राम गृह के साथ लगते ग्रामसभा हाल और नूरपुरबेदी पुलिस स्टेशन में स्थित लंगर हाल में रहने की व्यवस्था की, जबकि पीर बाबा जिंदा शहीद सोसायटी व शिरोमणि कमेटी द्वारा अलग-अलग लंगर लगाकर प्रभावित परिवारों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया।
वहीं, आगजनी के बाद आज दूसरे दिन सुबह पुन: भारी तबाही का मंजर देखकर पीड़ित परिवारों के सदस्य बिलखते हुए देखे गए। वे अपने परिवारों सहित जलकर राख हुई झुग्गियों में से बचा हुआ सामान इकट्ठा करके बिलख-बिलखकर रो रहे थे। गौरतलब है कि उक्त आगजनी की घटना बुधवार को बाद दोपहर घटी थी और आज दूसरे दिन भी दोपहर तक जिला प्रशासन के मुखी डिप्टी कमिश्रर रूपनगर द्वारा उक्त स्थान का न तो दौरा किया गया और न ही पीड़ितों का हाल जाना गया। इसके चलते इलाका संघर्ष कमेटी व लोगों ने डी.सी. के प्रति रोष व्यक्त किया।
इलाका संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष मा. गुरनैब सिंह जेतेवाल ने कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी के कारण प्रभावित हुए परिवारों की सहायता के लिए चाहे क्षेत्र के समूचे लोग अपने स्तर पर कल से जुटे हुए हैं, मगर जिले की प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी डिप्टी कमिश्नर का अभी तक न आना मंदभागा है।
सामाजिक संगठनों ने सड़कों पर बैठ कर पीड़ितों के लिए जुटाई सहायता राशि
इलाके की प्रमुख शख्सियतों में शामिल सिख विद्वान इकबाल सिंह लालपुरा, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगन्नाथ भंडारी, भाजपा नेता विजय पुरी, ब्लाक कांगे्रस नेता देस राज सैणी माजरा, पंडित राम तीर्थ, राम प्रसाद पाली, इलाका संघर्ष कांग्रेस के अध्यक्ष देसराज सैनी सहित अनेकों व्यक्तियों ने एक साथ नूरपुरबेदी बस स्टैंड पर टोकरा रख कर लोगों से पीड़ितों की सहायतार्थ आर्थिक सहायता जुटाई।
उन्होंने कहा कि इस कैंप दौरान जिस किसी भी दानी सज्जन से जो भी राशि, बर्तन, कपड़े और अन्य सामग्री प्राप्त होगी, को प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर पीड़ित परिवारों में बांटा जाएगा और उनका आशियाना बनाने में सहयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय संत महंत मोहन गिरि महाराज ने हादसे के प्रभावित परिवारों को 11 हजार रुपए की राशि भेंट की। उन्होंने कहा कि दीन-दुखियों की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है।
140 परिवारों के 1 हजार से अधिक सदस्य हुए प्रभावित
आज एस.डी.एम. आनंदपुर साहिब राकेश गर्ग ने पुन: घटनास्थल का दौरा किया और बाकायदा तहसीलदार आनंदपुर साहिब सुरिन्द्रपाल सिंह व नायब तहसीलदार नूरपुरबेदी अमनदीप चावला को पीड़ित परिवारों की शिनाख्त करने की जिम्मेदारी सौंपी। इस मौके पर सुबह से पीड़ितों के आंकड़े जुटाने में लगे तहसीलदार सुरिन्द्रपाल सिंह ने बताया कि करीब 140 पीड़ित परिवार जिसमें 1 हजार के करीब उनके पारिवारिक सदस्य शामिल हैं, जो इस हादसे से प्रभावित हुए हैं। पीड़ितों की लिस्ट तैयार कर ली गई है जिसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेशों के तहत पीड़ित परिवारों को हर पक्ष से आर्थिक व अन्य योग्य सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि चाहे इस हादसे में कोई जानी नुक्सान तो नहीं हुआ है मगर आर्थिक नुक्सान सबसे अधिक हुआ है। 10 दुकानों को भी भारी क्षति पहुंची है जिसकी भी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।