Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Mar, 2018 11:00 AM
वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा प्रस्तावित वर्ष 2018-19 के बजट को लेकर मंंगलवार को सदन में पूरा विपक्ष हमलावर रुख में दिखाई दिया।
चंडीगढ़ (रमनजीत): वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा प्रस्तावित वर्ष 2018-19 के बजट को लेकर मंंगलवार को सदन में पूरा विपक्ष हमलावर रुख में दिखाई दिया। विपक्षी नेताओं ने बजट में रखे गए प्रावधानों को झूठ का पुलिंदा बताते हुए बजट भाषण को धोखे से भरा दस्तावेज करार दिया।
शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल और पूर्व वित्तमंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने जहां आंकड़ों के आधार पर अपनी सरकार और मौजूदा सरकार के दोनों बजटों में रखे गए प्रावधानों की तुलना की और कहा कि मौजूदा प्रस्तावित बजट में वित्तमंत्री द्वारा आमदन के आंकड़ों को बढ़ाकर पेश किया गया है, जबकि खर्च के आंकड़ों को कम करके दिखाया गया है, जोकि असलियत से दूर है। बजट पर बहस देर शाम 8 बजे तक चलती रही।
सदन की सहमति के बाद स्पीकर राणा के.पी. सिंह द्वारा घोषणा की गई कि वित्तमंत्री बहस पर अपना भाषण व जवाब 28 मार्च की बैठक में देंगे। हालांकि इस पर शिरोमणि अकाली दल की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई और इसके लिए वोट कराने की मांग की गई, जिस पर सदन में कई विधायक आपस में उलझे भी।
बजट भाषण पर बहस में हिस्सा लेते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि बजट ‘सफेद झूठों का काला पुङ्क्षलदा’ है। इस सरकार को एक अच्छे वित्त मंत्री की जरूरत है। एक अच्छा बजट और अच्छा वित्त मंत्री ताजे और रचनात्मक विचार पेश करता है, जबकि बुरा वित्तमंत्री सिर्फ आंकड़े ही पेश करता है। बजट विजनलैस है क्योंकि विकास का कोई खाका नहीं बनता। कोरी बयानबाजी है।
लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस द्वारा बजट को गप्पों का लिफाफा करार देते हुए कहा कि पिछले बजट में सी.एम. ने ऐलान किया था कि लड़कियों के लिए पहली से पी.एचडी. तक की पढ़ाई मुफ्त होगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कई ऐसी स्कीमें थीं, जिन्हें न शुरू किया गया और न ही इस बजट में उनका कोई जिक्र है।
प्रोफैशनल टैक्स वाजिब कदम : सिंगला
सत्तापक्ष की तरफ से विजय इंद्र सिंगला ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल को धन्यवाद देते हुए कहा कि बजट भाषण से साबित हो गया है कि पंजाब मजबूत होने की तरफ बढ़ रहा है। सिंगला ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सरकारी हैलीकॉप्टर का बिल मात्र 3 करोड़ रुपए का है जबकि शिअद-भाजपा सरकार के आखिरी एक वर्ष का 16 करोड़ रुपए था। प्रोफैशनल टैक्स को वाजिब कदम करार देते हुए सिंगला ने कहा कि इस छोटे से टैक्स से पंजाब इतना मजबूत होगा कि जी.एस.टी. की फिक्सड ग्रोथ बंद होने के बाद भी पंजाब को किसी से पैसा मांगना नहीं पड़ेगा।