Edited By swetha,Updated: 11 Apr, 2020 09:02 AM
कोरोना वायरस से जंग के लिए हर कोई अपने-अपने तरीके से मदद कर रहा है। इसमें एन.आर.आई. भी पीछे नहीं है। ऐसा ही कुछ कर रहे हैं गांव जाजन कलां के 4 बुजुर्ग एन.आर.आई.।
जालंधरः कोरोना वायरस से जंग के लिए हर कोई अपने-अपने तरीके से मदद कर रहा है। इसमें एन.आर.आई. भी पीछे नहीं है। ऐसा ही कुछ कर रहे हैं गांव जाजन कलां के 4 बुजुर्ग एन.आर.आई.।
जानकारी के अनुसार बर्मिंघम रहते एन.आर.आई. अमरीक सिंह (76), जोजन कलां गांव के सरपंच हैं। वह गांव के 3 एन.आर.आई. दोस्तों के साथ मिलकर गांव के 24 नाकों के पर खड़े पुरुषों को खाना मुहैया करवा रहे हैं। इसके साथ ही लॉकडाउन लागू के बाद वह 146 प्रवासी परिवारों की हर संभव मदद कर रहे हैं। वह नाकों पर गार्ड ड्यूटी कर रहे 12 लोगों को आधी रात को चाय भी परोसते हैं। बछोवाल और दयालपुर की पंचायतें भी, ग्रामीणों को भोजन उपलब्ध करवा रही हैं। संगल सोहल गांव में, हर दिन प्रवासियों और जरूरतमंद ग्रामीणों के 2,000 से अधिक परिवारों को लंगर प्रदान किया जा रहा है।
इस संबंधी अमरीक ने कहा कि उन्होंने सरकार की मदद से खाद्य आपूर्ति को 2 माह तक सुचारू बनाए रखने की योजना बनाई। गांव के युवा गार्ड ड्यूटी करते हैं और हम उन्हें अपने समर्था के अनुसार प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। गांव विर्क गांव के सुमित बसरा ने कहा कि कर्फ्यू लगाए जाने के बाद से कई परिवारों को क्वारंटाइन में रखा गया था। इसके चलते गांववालों की मदद और उन्हें आवस्यक वस्तुएं पहुंचाने के लिए उनकी पंचायत ने प्रयास तेज कर दिए।