Edited By Mohit,Updated: 11 Sep, 2020 07:08 PM
पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने से तीन साल बाद अकालियों के समय जारी नीले कार्डों का वजूद खत्म होने जा रहा है।
लुधियाना (हितेश/खुराना): पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने से तीन साल बाद अकालियों के समय जारी नीले कार्डों का वजूद खत्म होने जा रहा है। इसके तहत अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की फोटो वाले स्मार्ट कार्ड पर राशन मिलेगा। यहां बताना उचित होगा कि 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान अकाली दल द्वारा 4 रुपए किलो आटा व 20 रुपए किलो दाल देने का वायदा किया था, जिसे उनके सत्ता में आने की मुख्य वजह भी माना जा रहा है।
इस योजना को लागू करने के लिए प्रकाश सिंह बादल व फूड सप्लाई मंत्री आदेश प्रताप कैरों की फोटो वाले नीले कार्ड जारी किए गए थे लेकिन कांग्रेस सरकार बनने से तीन साल बाद तक भी अकालियों की फोटो वाले नीले कार्ड को आधार बनाया जा रहा है। हालांकि कांग्रेस सरकार द्वारा नीले कार्ड बनाने में फर्जीवाड़ा होने के आरोप में गरीबों को राशन बांटने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया गया है। लेकिन नीले कार्ड के विकल्प के रूप में स्मार्ट कार्ड बनाने की घोषणा पर अब जाकर अमल हुआ है, जिसे शनिवार को सी.एम., मंत्री, विधायक ऑनलाइन सिस्टम के जरिए एक साथ 90 जगह लांच करेंगे।
बाकी सरकारी स्कीमों से भी होगा लिंक
इस कार्ड में स्वेप करने के लिए चिप लगाई गई है और एक यू.आई.डी. नंबर लगाया जा रहा है। इसके साथ आने वाले समय में पेंशन व सरबत सेहत योजना को लिंक करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसी के आधार पर आने वाले समय में जनकल्याण की योजनाएं बनाई जाएंगी।
किसी भी डिपो से मिल सकता है राशन
स्मार्ट कार्ड लागू होने के बाद लोग किसी भी डिपो से राशन ले सकते हैं जिससे पूरा राशन न मिलने या डिपो बंद रहने की शिकायत का समाधान हो जाएगा। स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड के डाटा का प्रयोग किया गया है। इससे गरीबों को राशन बांटने के सिस्टम में किसी तरह की धांधली होने की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी।