Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 May, 2018 03:15 PM
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त ने ब्यास दरिया को प्रदूषित करने के मामले में कंपनी मालिक पर कठओर कार्रवाई करने की मांग की है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि ब्यास दरिया में जहरीले पदार्थ शीरा फैंकने के कारण कई मछलियों...
अमृतसर: सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त ने ब्यास दरिया को प्रदूषित करने के मामले में कंपनी मालिक पर कठओर कार्रवाई करने की मांग की है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि ब्यास दरिया में जहरीले पदार्थ शीरा फैंकने के कारण कई मछलियों की मौत हो गई थी। इससे आम लोगों के लिए खतरा पैदा हो गया था।
उन्होंने किसी भी का नाम न लेते हुए कहा कि कई फैक्टरियां पंजाब के नदियों के पानी को प्रदूषित कर रही हैं ,जोकि जलीय जीवों तथा जानवारों की जान के लिए खतरनाक है। किसान भी इन नदियों का पानी सिंचाई के लिए कर रहे है। इससे हमारा खाना भी जहरीला हो रहा है। उन्होंने कहा कि मिल मालिकों के कांग्रेसी नेताओं से खास रिश्ते होने के कारण सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। इन नदियों का पानी राजस्थान भी जाता है।
इससे वहां के लोगों तथा जानवारों की जान को भी खतरा है। वहीं इस मामले में पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह ने कहा कि उन्होंने जांच कमेटी बैठा दी। रिपोर्ट आने के बाद वह कार्रवाई अवश्य करेंगे। वहीं राज्य के पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी ने कहा कि उन पर इस मामले पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है। विशेषज्ञों द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि सारे फैक्टरी तथा व्यापारी उनके लिए भाई के सामान हैं। पर कानून सब के लिए सामान है,किसी भी बख्शा नहीं जाएगा।