Edited By Updated: 16 Dec, 2016 09:35 AM
केंद्र सरकार द्वारा पिछले महीने 8 नवम्बर को देश भर में लागू की गई नोटबंदी के बाद से महानगर में फाइनैंशियल एमरजैंसी के चलते बैंकों व ए.टी.एम्ज
जालंधर(धवन): केंद्र सरकार द्वारा पिछले महीने 8 नवम्बर को देश भर में लागू की गई नोटबंदी के बाद से महानगर में फाइनैंशियल एमरजैंसी के चलते बैंकों व ए.टी.एम्ज में कैश की समस्या हल नहीं हो रही है। चाहे रिजर्व बैंक द्वारा कुछ राशि बैंकों को भेजी जा रही है परंतु अभी भी वह जनता की मांग के अनुरूप नहीं है। आज भी महानगर के लगभग 350 बैंकों में कैश को लेकर संकट बरकरार रहा। अधिकारियों का कहना था कि अभी जैसे-जैसे नई करंसी का प्रवाह बढ़ेगा वैसे-वैसे मामला हल होगा परंतु इसमें काफी समय लग जाएगा। ठंड के बावजूद ए.टी.एम. के बाहर लम्बी कतारें लग रही हैं।
ए.टी.एम्ज में भी बैंकों द्वारा रोज 2-3 बार कैश डाला जा रहा है परन्तु वह कुछ ही घंटों में खत्म हो जाता है जिस कारण कैश को लेकर फिर से लंबी कतारें लग जाती हैं। महानगर के ए.टी.एम्ज से चाहे कैश निकलता रहा परन्तु उसके बावजूद अभी कैश का संकट कई दिनों तक जनता को रुलाता रहेगा। बैंक प्रबंधकों द्वारा भी बैंक में छोटी राशि के चैकों को स्वीकार किया जा रहा है, उनकी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मांग को पूरा किया जाए। इस समय तो जनता में केवल करंसी को लेकर ही चर्चाएं चलती रहती हैं। सुबह बैंक खुलने से पहले लोगों की भीड़ बैंकों के बाहर जमा हो जाती है तो देर रात ए.टी.एम्ज पर लोगों की ठंड के बावजूद लंबी कतारें दिखाई पड़ती हैं।