Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 11:44 AM
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाओं में अब नकलची नकल नहीं कर सकेंगे। बोर्ड द्वारा ऐतिहासिक फैसला लेते हुए सरकारी स्कूलों के परीक्षा केन्द्र प्राइवेट स्कूलों तथा प्राइवेट के सरकारी स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाने का फैसला लिया...
अमृतसर (दलजीत शर्मा): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाओं में अब नकलची नकल नहीं कर सकेंगे। बोर्ड द्वारा ऐतिहासिक फैसला लेते हुए सरकारी स्कूलों के परीक्षा केन्द्र प्राइवेट स्कूलों तथा प्राइवेट के सरकारी स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाने का फैसला लिया गया है। बोर्ड ने इस संबंधी शिक्षा विभाग को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार द्वारा जब से पदभार संभाला गया है तब से ही विभाग तथा बोर्ड में कई प्रशंसनीय फैसले लिए जा रहे हैं। बोर्ड द्वारा नए शैक्षणिक सैशन में सरकारी स्कूलों के प्राइवेट तथा प्राइवेट के सरकारी स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाने का निर्णय लिया। इसके अलावा बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि बोर्ड की परीक्षा की परीक्षाओं की 75 उत्तर पत्रियां हरेक अध्यापक चैक करेगा।
रासा के प्रांतीय महासचिव पं. कुलवंत राय शर्मा ने कहा कि बोर्ड ने यह ऐतिहासिक फैसला लिया है इससे नकल को काफी हद रोका जा सकता है। विभाग के सचिव को सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में हो रहे भेदभाव को भी खत्म करना चाहिए। बोर्ड द्वारा प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाने के लिए सरकारी फीस 20 हजार रुपए ली जाती है जबकि सरकारी स्कूल से 2,200 तथा एडिड स्कूल से 5 हजार रुपए ली जाती है।
उक्त भेदभाव के कारण प्राइवेट स्कूल अपने आपको ठगा हुआ महसूस करते हैं।शर्मा ने कहा कि रासा यह भी मांग करती है कि जिन सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों के केन्द्र बनने हैं उनमें विद्याॢथयों के बैठने, पानी पीने, बिजली इत्यादि के प्राइवेट स्कूलों के भांति प्रबंध होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि इस संबंधी जल्द ही रासा का शिष्टमंडल शिक्षा सचिव से मिलने जा रहा है।