Edited By Vatika,Updated: 03 Aug, 2018 02:37 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की बड़ी कमजोरी उनके कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ लग गई है। पाकिस्तान में अचानक बदले घटनाक्रम से नवजोत सिद्धू को ऐसी मजबूती मिली है जिसकी शायद सिद्धू ने भी कल्पना नहीं की थी।
जालंधर : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की बड़ी कमजोरी उनके कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ लग गई है। पाकिस्तान में अचानक बदले घटनाक्रम से नवजोत सिद्धू को ऐसी मजबूती मिली है जिसकी शायद सिद्धू ने भी कल्पना नहीं की थी।
नवजोत सिद्धू के पुराने दोस्त इमरान खान पाकिस्तान की कमान संभालने जा रहे हैं और जाने-अनजाने सरकारी पाकिस्तानी मेहमान को लेकर कोई भी सूचना निकलवाना नवजोत सिद्धू के लिए आसान हो जाएगा। नवजोत सिद्धू और पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री की नजदीकी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इमरान खान की तरफ से उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता भी दिया गया है और नवजोत सिद्धू ने इस न्यौते को लगे हाथ कबूल भी कर लिया है।
इस बात की जानकारी देने के लिए नवजोत सिद्धू ने बाकायदा प्रैस कॉन्फ्रैंस की और प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान वह इस निमंत्रण को लेकर काफी उत्साहित नजर आए और दोनों देशों के रिश्तों को लेकर भी अपनी राय रखी।नवजोत सिद्धू हालांकि बतौर राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि बतौर पुराने खिलाड़ी के तौर पर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे लेकिन सिद्धू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना अपने आप में सियासत के लिए बड़ा सन्देश होगा। गौरतलब है कि नई सरकार के गठन के बाद से ही पाकिस्तानी मेहमान चंडीगढ़ में रह रही हैं और उन्हें सुरक्षा भी मुहैया करवाई गई है।
अफसरशाही के साथ-साथ पंजाब कांग्रेस में भी इस मेहमान की अच्छी-खासी पैठ बन गई है और सियासत के कई फैसलों में उनका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दखल होता है। मुख्यमंत्री के साथ-साथ केंद्र की सरकार भी इस मेहमान पर लगातार मेहरबान रही है और उनके वीजा की अवधि लगातार बढ़ाई जा रही है। इस बीच पाकिस्तान में सरकार बदलने की स्थिति में इमरान खान के लिए एजैंसियों के माध्यम से इस मेहमान से जुड़ी जानकारियां निकलवाना मुश्किल काम नहीं होगा और नवजोत सिद्धू आसानी से ये सूचनाएं हासिल कर सकते हैं।