Edited By Vatika,Updated: 21 Nov, 2018 09:19 AM
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने निरंकारी भवन पर हमलों के बारे में कैप्टन सरकार के विरुद्ध सुखबीर बादल के बयान पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि सुखबीर ने अब तक लाशों पर ही राजनीति की है। मुझे लगता है कि सुखबीर की याददाश्त...
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने निरंकारी भवन पर हमलों के बारे में कैप्टन सरकार के विरुद्ध सुखबीर बादल के बयान पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि सुखबीर ने अब तक लाशों पर ही राजनीति की है। मुझे लगता है कि सुखबीर की याददाश्त कमजोर हो गई है, तभी वह बेतुके बयान दे रहे हैं।
सिद्धू ने कहा कि पहली बात तो यह है कि आतंकवाद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि इन घटनाओं पर इकठ्ठा होकर काम करने की जरूरत है। एस.आई.टी. की पूछताछ पर सिद्धू ने कहा कि सुखबीर कहता है कि जब कोटकपूरा और बहबलकलां में सिख संगत पर गोली चली, तब बाहर गया हुआ था। लापरवाही वाली बात है कि क्या सुखबीर 3 साल से वापस आया ही नहीं? ऐसा क्यों है कि आया है तो एक बार भी उन युवकों के घर परिवार का हाल-चाल जानने नहीं गया, जिनकी सुखबीर की सरकार के समय पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी? सिद्धू ने कहा कि बातें करनी बहुत आसान होती हैं परंतु देश की सेवा करनी बहुत मुश्किल है।
जवाब दें सुखबीर, इतने हमले कैसे हुए थे
सुखबीर पर टिप्पणी करते हुए सिद्धू ने कहा कि उनके कार्यकाल दौरान कितनी ङ्क्षहसक घटनाएं कैसे हुईं, इसका जवाब दें।
-लुधियाना बम धमाका
-माता चंद कौर हत्याकांड
- नाभा जेल ब्रेक
-सिख प्रचारक रणजीत सिंह ढडरियां वाले पर हमला
- आर.एस.एस. नेता गगनेजा और अन्य नेताओं की हत्या
- डेरा प्रेमी पिता-पुत्र की हत्या
- दीनानगर पुलिस थाने पर हमला
- पठानकोट एयरबेस पर हमला।
सिद्धू ने कहा कि इतने हमले होने के बाद भी सुखबीर उस समय चुप क्यों रहा, जवाब दे। क्यों बेअदबी मामलों, टारगेट किलिंग्स जैसे संगीन मामलों की जांच बादलों की सरकार के समय लटकी रही? जबकि कैप्टन की सरकार आते ही मामले सुलझ गए और सच सामने आ गया। यह समय आतंकवाद के खिलाफ लडऩे का है न कि एक-दूसरे के ऊपर दोष लगाने का।