Edited By swetha,Updated: 31 Jul, 2019 12:17 PM
पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बीच किसी भी तरह के समझौते की तमाम संभावनाओं पर यहां अब विराम लग गया है। वहीं अब चर्चा है कि सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
नई दिल्लीः पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने और मंजूर होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बीच किसी भी तरह के समझौते की तमाम संभावनाओं पर अब विराम लग गया है। वहीं अब चर्चा है कि सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकता है।
किसी चर्चित चेहरे की तलाश में हाईकमान
माना जा रहा है दिल्ली की कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित की आकस्मिक मौत के बाद हाईकमान इस पद के लिए किसी चर्चित चेहरे की तलाश कर रहा है। ऐसे में अब यह जिम्मेदारी पूर्व क्रिकेटर व पंजाब के कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू को जल्द सौंपे जाने की चर्चा है। असल में कांग्रेस को दिल्ली में कोई अध्यक्ष बनने वाला नेता नजर नहीं आ रहा है।
शीला दीक्षित से थी हाईकमान को अच्छी खासी उम्मीदें
लोकसभा चुनाव में दिल्ली कांग्रेस ने जिस तरह शीला दीक्षित के नेतृत्व में प्रदर्शन किया, उससे लग रहा था कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अच्छी जीत प्राप्त करेगी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कोई सीट नहीं जीत पाई थी, लेकिन सात में पांच उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे। दूसरी तरफ सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर चली गई। शीला के निधन ने दिल्ली कांग्रेस में निराशा भर दी। सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हुआ कि अब नेतृत्व की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाए। फिलहाल जो चर्चा है, उसके अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बन सकते हैं।
मीडिया को आकर्षित करने में माहिर है सिद्धू
असल में सिद्धू के आक्रामक तेवर, उनकी जुमलेबाजी व मीडिया को आकर्षित करने वाली छवि उनके लिए हमेशा पॉजिटिव रही। जानकार कहते हैं कि वह देश की राजधानी में कांग्रेस के लिए खासी मेहनत कर सकते हैं। सिद्धू फिलहाल कोई जिम्मेदारी नहीं संभाल रहे हैं। वैसे इससे पहले कांग्रेस को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनना पड़ेगा पाई है। राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली है। जब यह पद भरा जाए तब ही प्रदेश अध्यक्षों को बनाने की बारी आए।