Edited By Sonia Goswami,Updated: 26 May, 2018 12:11 PM
राजनीति में परिवार वाद का डंका बजता ही रहता है।
चंडीगढ़: राजनीति में परिवार वाद का डंका बजता ही रहता है। परिवारवाद ने राजनीति को खोखला करके रख दिया है। केंद्र का ये चलन अब पंजाब में भी पहुंच चुका है। इसी को मुद्दा बना उछाल रहा है विपक्ष। पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री की पत्नी तथा बेटे को सरकार में नौकरी मिलना बड़ा मुद्दा बन कर सामने आया है जिसे लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है। विपक्ष के हमलों का मैडम नवजोत सिद्धू ने फेसबुक पर पोस्ट डाल ठोकवा जवाब दिया है।
दरअसल पंजाब सरकार ने गुरुवार को 28 वकीलों की भरती की, जिनमें कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पुत्र करन सिंह सिद्धू को भी शामिल किया गया। करन सिद्धू को पंजाब में सहायक एडवोकेट जनरल के तौर पर नियुक्त किया गया जिस के बाद अलग -अलग राजनीतिज्ञों ने सिद्धू परिवार पर शब्दिक हमले करते इस बारे अपने विचार पेश किए।
करन सिद्धू की नियुक्ति के बाद राजनीतिज्ञों कर विचार सुन कर नवतोज सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत सिद्धू ने सोशल मीडिया पर विरोधियों को ठोकवां जवाब दिया है। उन्होंने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर पोस्ट कर लिखा कि वह सीनियर गायनाकोलोजिस्ट (स्त्री रोगों की माहिर) है और पंजाब के लोगों के लिए उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी का त्याग कर दिया। अपने पुत्र बारे बात करते उन्होंने बताया कि कर्ण ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से जनरल वर्ग में कानून की डिगरी हासिल की और न्यूयार्क के कारडोजो लॉ कर ओपन मेरिट में एलएलएम पास की। इस के अलावा उसे दिल्ली हाई कोर्ट में से 6 साल का तजुर्बा भी हासिल किया।
उन्होंने कहा कि वह बेरोज़गार, सिफारिशी, कम पढ़े में या गैर हकदार लोग नहीं थे और उनकी तुलना ताकत के आसरे नौकरियां लेने वालों के साथ न की जाए। मैडम सिद्धू ने जोशी, मजीठिया और अन्य को इस तरह की टिप्पणियां करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने उक्त नेताओं पर भ्रष्टाचार आसरे धन -दौलत इकठ्ठा करने के भी आरोप लगाए।