Edited By Sunita sarangal,Updated: 31 Jan, 2020 10:32 AM
पंजाब के 3 वैटलैंड एरिया को अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड घोषित किया गया है जिसमें नंगल वैटलैंड भी मुख्य है।
नंगल(सैनी): पंजाब के 3 वैटलैंड एरिया को अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड घोषित किया गया है जिसमें नंगल वैटलैंड भी मुख्य है। रामसर कन्वैंशन द्वारा पंजाब के जो 3 वैटलैंड एरिया को अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड का दर्जा मिला है उनमें नंगल डैम की सतलुज झील पर स्थित राष्ट्रीय वैटलैंड के अलावा केशोपुर, ब्यास नदी का एरिया शामिल है।
उल्लेखनीय है कि नंगल वैटलैंड और वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी का कुल एरिया 600 एकड़ से अधिक है जिसमें कई गांवों की जमीन आती है। इस एरिया में रशिया, साईबेरिया, चाइना, इंडो-तिब्बत बॉर्डर से 25 के करीब प्रजातियों के पक्षी आते हैं जिनमें ग्रेट क्रस्टेड, मोरेंट पिंटेल, डक गेड वाल, कॉमन टील रैड क्रस्टेड, पोचार्ड कॉमन आदि सहित कई अन्य शामिल हैं। विभाग के अधिकारियों की मानें तो इनके अलावा स्थानीय जंगलों की 150 से अधिक स्थानीय प्रजातियां जंगली बिल्ली, ऊदबिलाव, सांभर, कक्कड़, नील गाय, कोबरा आदि भी पाए जाते हैं।
नंगल की राष्ट्रीय वैटलैंड को अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड का दर्जा मिलने से पक्षी और पशु प्रेमियों में काफी उत्साह है जिसको लेकर उन्होंने खुशी जताई है। इससे पहले भी पंजाब की 3 अन्य अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड रोपड़ हैडवर्क्स के पीछे, हरिके पत्तन, कांजली कपूरथला में स्थित है। पक्षी प्रेमियों ने सरकार से मांग की कि पंजाब में जितने भी राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय वैटलैंड हैं उनके रख-रखाव और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बाहर से आने वाले पक्षियों की आवक और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।