Edited By Updated: 19 Dec, 2016 01:50 PM
हलके के दो मुख्य शहर नकोदर और नूरमहल में बस अड्डों की हालत काफी खस्ता है, वहीं सेहत सुविधाओं संबंधी सरकार की तरफ से बड़े-बड़े दावे तो किए जा रहे हैं पर उतने पूरे नहीं हुए।
नकोदर: हलके के दो मुख्य शहर नकोदर और नूरमहल में बस अड्डों की हालत काफी खस्ता है, वहीं सेहत सुविधाओं संबंधी सरकार की तरफ से बड़े-बड़े दावे तो किए जा रहे हैं पर उतने पूरे नहीं हुए।
मुख्य मुद्दे
आज भी एमरजैंसी की हालत में मरीजों को जालंधर या लुधियाना रैफर किया जाता है। स्थानीय सिविल अस्पताल में डॉक्टरों और उचित उपकरणों की भारी कमी है। एनआरआई बैल्ट होने के कारण लोगों की मांग है कि नकोदर से दिल्ली तक सीधी ट्रेन चलाई जाए। हलके में बेरोजगार युवकों के लिए रोजगार के लिए बड़ी यूनिट लगाई जाए क्योंकि बेरोजगार युवक नशे की दलदल में धंस रहे हैं। शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या की वजह से कई लोग अपनी जान गवां रहे हैं लेकिन इस समस्या का कोई हल नहीं हो रहा है। इलाके में फायर ब्रिगेड की मांग काफी समय से लटक रही है। इलाके में कोई खेल स्टेडियम नहीं है। लोगों के लिए पार्क की कमी होने के साथ-साथ कई गांवों में यातायात के साधनों और सुविधाओं की कमी है।
विधायक का दावा
नकोदर हलके के विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने दावा किया है कि क्षेत्र पिछले काफी समय से बुनियादी सुविधाओं में पिछड़ा हुआ था लेकिन उन्होंने इलाके की कमान संभालने के बाद चुनावों के दौरान जो वायदे किए थे उन वादों को 5 सालों में करोड़ों रुपयों के साथ हलके में विकास कार्य करवाकर पूरा किया है और हलके की तस्वीर को बदल दिया है। शहर में नई गलियां-नालियां और सड़कों को इंटरलाकिंग टाइलों के साथ पक्का करवाया है। नकोदर शहर में नए डिग्री कॉलेज खुलवाया, आईटीआई, सिविल अस्पताल और पशु अस्पताल की नई इमारतें बनवाईं और कई स्कूल अपग्रेड किए। नकोदर और नूरमहल में 100 फीसदी सिवरेज और वाटर सप्लाई की सहूलियत दी। सिविल अस्पताल में 6 करोड़ की लागत से 30 बैड वाला जच्चा-बच्चा केंद्र बनवाया। सैकड़ों नए ट्रांसफार्मर नई लाइनों-तारों का जाल बिछा कर गांवों को शहर की तर्ज पर 24 घंटें बिजली मुहैया करवाई और 132 के.वी के दो नए फीडर लगवाए।