Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 09:25 AM
30 दिसम्बर सुबह 5.30 बजे जगराओं के गांव देड़का स्थित घर से चंडीगढ़ जाने का कहकर निकले 2 बहनों के इकलौते भाई का 11 दिनों बाद जालंधर से कंकाल और खोपड़ी बरामद हुई है। पुलिस को कपड़ों से 22 वर्षीय युवक की पहचान हुई है।
लुधियाना/जालन्धर (ऋषि, महेश): 30 दिसम्बर सुबह 5.30 बजे जगराओं के गांव देड़का स्थित घर से चंडीगढ़ जाने का कहकर निकले 2 बहनों के इकलौते भाई का 11 दिनों बाद जालंधर से कंकाल और खोपड़ी बरामद हुई है। पुलिस को कपड़ों से 22 वर्षीय युवक की पहचान हुई है।
बहन की फोटोज लेने के बहाने बुला की हत्या
जालंधर के थाना सदर के गांव चाचोवाल की नहर (वेईं पुल) से थाना डिवीजन नं. 5 लुधियाना की पुलिस ने थाना हठूर (जगराओं) के गांव दैहड़के निवासी गुरप्रीत सिंह पुत्र जसवीर सिंह के कपड़े (पैंट, शर्ट, पगड़ी तथा जैकेट) बरामद की है, जिसकी शिनाख्त मृतक गुरप्रीत सिंह के पिता जसवीर सिंह ने की है। बहन की फोटोज लेने के बहाने बुला एक भाई ने अपने दोस्त संग मिलकर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल इस मामले में थाना डिवीजन नं. 5 में 2 युवकों के खिलाफ हत्या, शव खुर्द-बुर्द करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
हत्या के बाद दोनों फरार, तलाश में पुलिस कर रही छापामारी
आरोपियों की पहचान जालंधर के रहने वाले लवदीश और गिल के रूप में हुई है। पुलिस दोनों की तलाश में छापेमारी कर रही है। ए.डी.सी.पी. गुरप्रीत सिंह पुरेवाल ने बताया कि मृतक की पहचान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक के पिता जसवीर सिंह के बयान पर केस दर्ज किया है। पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि उनका बेटा कम्प्यूटर कोर्स करता था। गत 30 दिसम्बर को सुबह यह कह घर से गया था कि वह अपने दोस्तों संग विदेश जाने के लिए फाइल लगाने के लिए एजैंट के पास चंडीगढ़ जा रहा है और शाम 7 बजे तक वापस आ जाएगा। दोपहर 4 बजे जब बेटे को फोन किया तो उसका नंबर बंद आ रहा था जिसके बाद न तो वह घर वापस आया और न ही मोबाइल ऑन हुआ। जिसके बाद थाना हठूर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी।
6 दिनों बाद गांव के दोस्त ने घर जा बताई सच्चाई
गांव के रहने वाले युवक सिमरन ने 6 दिनों बाद घर जाकर गुरप्रीत के मां बाप को सारी बात बताई कि 30 दिसम्बर शाम को उसकी आखिरी बार गुरप्रीत से फोन पर बात हुई थी। वह अपने रिश्तेदारों के घर परिवार सहित लुधियाना आया हुआ था। गुरप्रीत उसे मिलने आने की बात कह रहा था कि वह समराला चौक से बस स्टैंड की तरफ जा रहा है। जहां जालंधर की रहने वाली लड़की के फोटोज वापस कर रहा है जिसे लेने उसके भाई आ रहे हैं। इसके बाद नंबर बंद हो गया।
मोबाइल डिटेल ने पहुंचाया शव तक
जांच आरंभ करने पर जब पुलिस ने मृतक के मोबाइल की डिटेल निकलवाई तो सामने आया कि आखिरी बार उसका मोबाइल बस स्टैंड पर ऑन था। मोबाइल की डिटेल निकलवाने पर उक्त आरोपियों के मोबाइल नंबर सामने आए जो उससे लगातार &0 दिसम्बर को बात कर रहे थे। जांच आगे बढ़ाने पर पता चला कि मृतक के जालंधर की रहने वाली एक युवती के साथ संबंध थे जो उसे फेसबुक के माध्यम से मिली थी। इस बारे में उसके परिवार को पता चला गया था। जिस कारण उसका भाई अपने दोस्त संग बहन की आपत्तिजनकर फोटोज वापस लेने के बहाने आया था और उसी ने हत्या कर दी। जब पुलिस उनके घर रेड करने पहुंची तो वही पास से गुरप्रीत का कंकाल बरामद हुआ।
हत्यारों के पकड़े जाने के बाद खुलेंगे राज
ए.डी.सी.पी. पुरेवाल के अनुसार हत्या का मामला एक पहेली बना हुआ है। फरार हत्यारों के पकड़े जाने के बाद कई राज खुलेंगे।
-गुरप्रीत का शव जालंधर कै से पहुंचा, क्या वे खुद जालंधर गया था या दोनों उसे लेकर गए थे। अगर लेकर गए थे तो कैसे?
-गुरप्रीत की हत्या किस दिन की? शव कुत्तों ने नोच खाया है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि &0 दिसम्बर को ही हत्या कर दी गई थी।
-हत्या में 2 ही युवक थे या ज्यादा। इन सभी बातों के जवाब हत्यारों के पकड़े जाने के बाद मिलेंगे।
कत्ल जालंधर हुआ या लुधियाना असमंजस बरकरार
लुधियाना पुलिस इस बात की अब जांच कर रही है कि गुरप्रीत सिंह का कत्ल जालंधर में हुआ है या फिर लुधियाना में कत्ल करने के बाद उसके शव व कपड़ों को हत्यारों ने जालंधर में आकर नहर में फैंक दिया। एस.एच.ओ. मनजीत सिंह ने बताया है कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। मानवीय शरीर के मिले अंगों को लेकर भी यह जांच की जा रही है कि यह अंग गुरप्रीत के ही हैं।