Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 10:55 AM
नगर निगम में जनरल हाऊस की अवधि खत्म होने के बाद चुनाव न होने तक भले ही कमिश्नर को प्रशासक की जिम्मेदारी मिली है।
लुधियाना (हितेश): नगर निगम में जनरल हाऊस की अवधि खत्म होने के बाद चुनाव न होने तक भले ही कमिश्नर को प्रशासक की जिम्मेदारी मिली है। लेकिन सही अर्थों में निगम की कमान कांग्रेसियों के हाथ में आ गई है। इसके संकेत सोमवार को उस समय देखने को मिले, जब सांसद रवनीत बिट्टू ने 3 विधायकों भारत भूषण आशु, सुरेन्द्र डाबर व संजय तलवाड़ के साथ जोन डी आफिस में मीटिंग बुलाकर सभी ब्रांचों के प्रमुख अफसरों को निर्देश जारी किए। बिट्टू ने कहा कि सारा कंट्रोल अफसरों के पास आ गया है तो उनकी जवाबदेही भी बढ़ गई है। इस कारण उन अफसरों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा गया है कि जनता को पेश आ रही समस्याओं में कमी लाने सहित सुविधाओं में विस्तार किया जाए।
पार्षदों के कंट्रोल में पड़ी मशीनरी आएगी वापस
जनसमस्याओं के समाधान के नाम पर बुलाई मीटिंग में कांग्रेसियों ने अपना सियासी निशाना साधने का मौका भी नहीं गंवाया। इसके तहत अफसरों को निर्देश दिए गए कि विभाग द्वारा खरीदी मशीनरी की लिस्ट तैयार करके उसे पूरा किया जाए, क्योंकि टै्रक्टर, फोङ्क्षगग मशीन, टैंकर आदि पार्षदों के कंट्रोल में रहे हैं और उनको वापस मंगवाकर निगम अफसर अब वार्ड की बजाय सब-जोन वाइज शैड्यूल बनाएं।
काम पर वापस आएंगे गायब चल रहे मुलाजिम
मीटिंग में मुद्दा उठाया कि सफाई कर्मी, सीवरेजमैन, माली-बेलदार आदि मुलाजिमों को अफसरों या पार्षदों के घरों में लगाया गया है। जिनको काम पर वापस लाने के आदेश लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा पहले ही दिए जा चुके हैं, उन पर अमल करवाया जाए।
त्यौहारों में चलेगी विशेष सफाई मुहिम, सड़कों पर लगेंगे पैच
मीटिंग दौरान त्यौहारों के दिनों में विशेष सफाई मुहिम चलाने का फैसला किया गया। इसमें बी. एंड आर., सेहत शाखा, ओ. एंड एम. सैल, बागवानी ब्रांच के सभी मुलाजिमों की टीमें बनाकर एरिया वाइज भेजी जाएंगी। जो पैचवर्क के अलावा सड़कों-गलियों से गंदगी की सफाई, मलबे व कूड़े की लिफ्टिंग, पार्कों की सफाई का काम तो करेगी ही। पानी-सीवरेज की लाइनों में लीकेज या जाम होने बारे प्वाइंट नोट करके समस्या का हल करवाएंगे।
कब्जाधारियों पर सख्ती से पहले उन्हें प्यार के साथ समझाएंगे अफसर
मीटिंग में सड़कों किनारे हुए रेहड़ी-फड़ी के अलावा दुकानदारों द्वारा वाहन या सामान रखकर किए कब्जों का मुद्दा भी उठा, जिस कारण टै्रफिक की समस्या आ रही है। इस पर विधायक आशु ने सुझाव दिया कि पहले सख्ती बरतने की जगह अफसरों की टीमें बाजारों में जाकर दुकानदारों को समझाएगी कि कितना संभव हो सके, अपना सामान सड़क की जगह में से पीछे करें ताकि राहगीरों को परेशानी न हो।