Edited By Updated: 13 Feb, 2017 10:03 AM
शहर में आवारा कुत्ते शहरवासियों पर भारी पड़ रहे हैं। ये कुत्ते शहर की प्रमुख सड़कों से लेकर गली-मौहल्लों में झुंड बना कर घूमते रहते हैं,
जालंधर (जसप्रीत): शहर में आवारा कुत्ते शहरवासियों पर भारी पड़ रहे हैं। ये कुत्ते शहर की प्रमुख सड़कों से लेकर गली-मौहल्लों में झुंड बना कर घूमते रहते हैं, जैसे ही रात होती है सड़कों पर इनका राज हो जाता है। झुंड में रहने वाले ये कुत्ते रात में सड़क पर आवागमन करने वाले किसी भी वाहन पर अचानक टूट पड़ते हैं। कुत्तों से बचने के प्रयास में कई वाहन सवार अपने हाथ-पैर भी तुड़वा चुके हैं। दूसरी ओर आवारों कुत्तों पर काबू पाने को लेकर न तो नगर निगम गंभीर है, न ही जिला प्रशासन। शहर में कुत्तों द्वारा काटे जाने के अनेक केस सरकारी व निजी अस्पतालों में आ रहे हैं। यहां आने वाले लोगों को एंटी रेबीज इंजैक्शन देकर वापस भेजा जा रहा है। सबसे अधिक शिकार बच्चे व महिलाएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि आवारा कुत्ते सड़कों पर घूमने वाले छोटे-छोटे बच्चों व महिलाओं पर उनको घेर कर हमला कर रहे हैं। शहर में मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग भी आवारा कुत्तों के शिकार हो रहे हैं।
विदेशी कुत्तों का क्रय-विक्रय जोरों पर
जालंधर शहर के पॉश इलाकों मॉडल टाऊन, बैंक एंक्लेव, मिट्ठापुर, मास्टर तारा सिंह नगर, जी.टी.बी. नगर में कई लोगों ने किराए पर घर लेकर यह धंधा शुरू किया हुआ है, जबकि प्रशासन आंखें बंद किए बैठा है। प्रशासन को चाहिए कि वह देशी खतरनाक कुत्तों का क्रय-विक्रय बंद करवाए और बिना लाइसैंस कुत्तों को जब्त कर उनको बेचने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे ताकि समय रहते इनसे बचा जा सके और किसी को जान-माल का नुक्सान न हो।