Edited By Vatika,Updated: 18 Jun, 2019 09:21 AM
किसी समय अकाली नेताओं के ‘राइट हैंड’ जाने जाते कांग्रेसी पार्षद राकेश चौधरी को लेकर अब श्री मुक्तसर साहिब के कांग्रेसी नेता भी आमने-सामने हो गए हैं।
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): किसी समय अकाली नेताओं के ‘राइट हैंड’ जाने जाते कांग्रेसी पार्षद राकेश चौधरी को लेकर अब श्री मुक्तसर साहिब के कांग्रेसी नेता भी आमने-सामने हो गए हैं। थाना सिटी में जब महिला से मारपीट मामले में कांग्रेसी पार्षद राकेश चौधरी के भाई सन्नी चौधरी व उसके 2 साथी पेश हुए तो उस समय पूर्व विधायक सुखदर्शन सिंह मराड़ वहां मौजूद थे।
आरोपियों द्वारा मराड़ के पांव को हाथ लगाने की वीडियो वायरल होने पर कांग्रेसी नेता व वर्करों में हलचल देखने को मिली, परंतु दूसरी ओर विवाद को बढ़ता देखकर कांग्रेसी नेता मराड़ का कहना था कि वह वहां अपने निजी कार्य हेतु गए थे। लेकिन दूसरी ओर पूर्व कांग्रेसी विधायक करन कौर बराड़ ने कहा कि मराड़ आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वह जनता को बताएं कि जब आरोपी पेशी के लिए जा रहे थे तब वह आरोपियों के साथ क्या कर रहे थे?
बराड़ ने उठाया सवाल, कांग्रेस में कब शामिल हुए मराड़
मैडम बराड़ ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह के हवाले से बताया कि मराड़ की तो कांग्रेस में शमूलियत ही नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्षद राकेश चौधरी को पार्टी के एस.सी. विंग द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल किया गया था तथा चुनाव का मौका ही ऐसा होता है कि किसी को भी इन्कार नहीं किया जा सकता। करन कौर बराड़ द्वारा उनकी शमूलियत पर उठाए सवालों के बारे में मराड़ ने कहा कि वह बकायदा कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं तथा वह राहुल गांधी को भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि राकेश चौधरी की पार्टी में शमूलियत करन कौर बराड़ ने करवाई थी क्योंकि वहीं हलका इंचार्ज हैैं।