Edited By swetha,Updated: 04 Mar, 2019 01:11 PM
शिरोमणि अकाली दल से नाराज चल रहे टकसाली नेताओं के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद नई पार्टी अकाली दल टकसाली बनाने के बाद अब फिरोजपुर से सासंद सेवा सिंह सेखवों ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है ।
फिरोजपुर(सेतिया):शिरोमणि अकाली दल से नाराज चल रहे टकसाली नेताओं के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद नई पार्टी अकाली दल टकसाली बनाने के बाद अब फिरोजपुर से सासंद शेर सिंह घुबाया ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते शेर सिंह घुबाया ने कहा पार्टी में रहते हुए उन्हें लगातार अनदेखा किया जा रहा था । वह कई बार पार्टी नेताओं को अकाली दल से निकालने के लिए कह चुके थे। उन्होंने बताया कि पार्टी में लगातार हो रही बेइंसाफी के कारण उन्होंने चुप रहना मुनाबिस समझा, परंतु जब हदें पार होने लगी तो वह पार्टी प्रधान के खिलाफ खुलकर सामने आए। शेर सिंह घुबाया ने कहा कि 2009 में वह अपनी सीट छोड़कर पार्टी प्रधान को जलालाबद से चुनाव लड़ाने के लिए आए थे। सुखबीर सिंह बादल बड़े अंतर से चुनाव जीते थे, परंतु इसके बाद लगातार उनका वोट अंतर नीचे गिरता गया। गत 2017 की विधान सभा चुनावों में सुखबीर सिंह बादल 18500 वोटों से ही जीते। घुबाया ने कहा कि वर्तमान समय के अंदर लोगों का शिरोमणि अकाली दल से मोह भंग हो चुका है
7 मार्च की मोगा रैली दौरान घुबाया हो सकते है कांग्रेस में शामिल?
उधर कांग्रेस पार्टी द्वारा 7 मार्च को मोगा में पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी की अध्यक्षता में रैली रखी गई है। घुबाया ने भी बातों-बातों में संकते दिए है कि उनका झुकाव कांग्रेस पार्टी की ओर है । उम्मीद है कि घुबाया मोगा रैली दौरान कांग्रेस पार्टी का पल्ला पकड़ लें।
सोमवार को ही घुबाया को निकाल दिया गया है:चीमा
उधर जब इस संबंधी जब पार्टी के मुख्य वक्ता दलजीत सिंह चीमा के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह ही पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा फोन पर जानकारी देकर शेर सिंह घुबाया को पार्टी से निकालने के लिए कह दिया गया था, जब उन्हें पूछा गया कि सांसद घुबाया द्वारा इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने निकालने का फैसला लिया है तो उन्होने कोई भी संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया।