Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 03:55 PM
चंडीगढ़ के राम दरबार फेज-2 में मकान के लालच में दो बेटों ने अपनी मां को ही एक कमरे में कैद कर लिया। लगभग छह माह तक महिला एक ही कमरे में बंद रही। वे न तो..
चंडीगढ़: चंडीगढ़ के राम दरबार फेज-2 में मकान के लालच में दो बेटों ने अपनी मां को ही एक कमरे में कैद कर लिया। लगभग छह माह तक महिला एक ही कमरे में बंद रही। वे न तो उसे खाने को कुछ देते थे और न ही पहनने को कपड़े। और तो और महिला कमरे में ही शौच करने के लिए मजबूर हो गई, क्योंकि कमरे के साथ बाथरूम भी नहीं था। बेटों के अत्चारों से महिला की मानसिक स्थिति भी काफी बिगड़ चुकी है।
स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी की टीम ने बेबस मां को बेटों के चुंगल से छुड़वाया व अस्पताल में भर्ती करवाया। फिलहाल उनका ईलाज सेक्टर-32 के अस्पताल में चल रहा है। यह परिवार राम दरबार में मकान नंबर 1135 में रहता है। पीड़ित महिला की पहचान लीलावती के तौर पर हुई है। उनके दोनों बेटे शादीशुदा है और उसी मकान में रहते है। हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले में पुलिस ने अब तक किसी के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया है। बताया जाता है कि अक्सर महिला के बेटों और बेटियों के बीच मकान को लेकर झगड़ा होता था। बेटे मकान अपने नाम करवाना चाहते थे, जबकि बेटियां भी हिस्सा मांगती थी।
पड़ोसियों ने की शिकायत
स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी की पैरा लीगल वॉलंटियर सुनीता और हरप्रीत कौर की टीम रामदरबार का सर्वे कर रही थी। इस दौरान पड़ोसियों ने उन्हें महिला के बारे में बताया। लोगों की अपील पर टीम ने घर में घुसकर रेसक्यू किया तथा महिला को बचाया।
डॉक्टर बोले-जानवरों से भी बुरा व्यवहार किया गया
डॉक्टरों के अनुसार महिला के साथ जानवरों से भी बुरा बर्ताव किया गया है। इसलिए वह मानसिक तौर पर बहुत परेशान हो चुकी है। वह कुछ भी बताने में असमर्थ है।