Edited By Updated: 17 Jan, 2017 03:27 PM
प्रदेश में विधानसभा चुनावों संबंधी वोटिंग चाहे 4 फरवरी को होनी है लेकिन इसको लेकर जहां राजनीतिक पार्टियों की ओर से चुनाव प्रचार पूरी तरह शिखर तक पहुंच चुका है, वहीं प्रदेश के गांवों की चौपालें भी राजनीतिक रंग में रंग चुकी हैं।
भुलत्थ(राजेन्द्र): प्रदेश में विधानसभा चुनावों संबंधी वोटिंग चाहे 4 फरवरी को होनी है लेकिन इसको लेकर जहां राजनीतिक पार्टियों की ओर से चुनाव प्रचार पूरी तरह शिखर तक पहुंच चुका है, वहीं प्रदेश के गांवों की चौपालें भी राजनीतिक रंग में रंग चुकी हैं। क्षेत्र के गांव लिटां, जहां एक बहुत बड़ा चौक स्थित है जिसे लोग पीपल वाला चौक कहते हैं, का पंजाब केसरी की टीम द्वारा दौरा किया गया। उक्त स्थान पर सुबह से ही लोग एकत्रित होकर राजनीतिक चर्चाएं करते आम देखे जा सकते हैं। प्रदेश में चाहे विधानसभा, लोकसभा, ब्लाक समिति या जिला परिषद के चुनाव हों इस चौपाल में राजनीतिक पाॢटयों के लीडरों की भी चुनाव मीटिंगें होती हैं जिस कारण यह कहना सच होगा कि ऐसी चौपालों में ही नेताओं की किस्मत तय होती है।
पंजाब में धर्मनिरपेक्ष व लोकतंत्र की पहरेदार लोक हितैषी सरकार बननी चाहिए जो लोगों की मुश्किलों व आॢथकता के लटकते मसलों को हल कर सके। अब मौजूदा समय की जरूरत है कि पंजाब में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व नशों की रोकथाम संबंधी कोई ठोस नीति अपनाकर आॢथकता के पक्ष से प्रदेश को खुशहाल बनाया जाए।’’ -मेहर चंद सिद्धू
प्रदेश में ऐसी सरकार अस्तित्व में आए जिसका मुख्य एजैंडा प्रदेश का चहुंमुखी विकास करना हो। इसके अतिरिक्त अगर सरकार द्वारा विकास कार्य किए जा रहे हैं तो गांव स्तर पर प्रत्येक गली को देखा जाए। उसके लिए किसी भी क्षेत्र को पक्षपात करते हुए नजरअंदाज न किया जाए। - जनक राज
पंजाब में अबकी ऐसी सरकार बननी चाहिए जिसके कार्यों से लोगों को तसल्ली हो व लोगों के कार्य इस सरकार के नेता अपना काम समझकर पहल के आधार पर करें। इसके साथ-साथ शिक्षा व अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पंजाब निवासियों को दी जाएं, क्योंकि गरीब लोग महंगा इलाज करवाने में असमर्थ होते हैं। -हरबंस सिंह बैंस