Edited By Anjna,Updated: 07 May, 2018 02:09 PM
गांव घोलिया खुर्द में एक पत्नी अपने पति से इंसाफ की मांग को लेकर पिछले 3 दिनों से अपनी बेटी के साथ धरने पर बैठी है। अपने ही घर के आगे रोष धरने पर बैठी इस महिला ने आज से अपने संघर्ष को और तेज करने के मनोरथ से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। दूसरी तरफ, सिख...
निहाल सिंह वाला/बिलासपुर (बावा/जगसीर): गांव घोलिया खुर्द में एक पत्नी अपने पति से इंसाफ की मांग को लेकर पिछले 3 दिनों से अपनी बेटी के साथ धरने पर बैठी है। अपने ही घर के आगे रोष धरने पर बैठी इस महिला ने आज से अपने संघर्ष को और तेज करने के मनोरथ से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। दूसरी तरफ, सिख जत्थेबंदियों के नेता भी रोष प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं।
भूख हड़ताल पर बैठी रिपनदीप कौर ने कहा कि उसका विवाह 15 साल पहले अध्यक्ष दर्शन सिंह घोलिया खुर्द के साथ हुआ था। उसके एक 14 वर्ष का पुत्र तथा 10 वर्ष की बेटी है। वह 3 बहनें हैं, उसका कोई भाई न होने के कारण वह मायके से जमीन में हिस्सेदार है। उसका पति उसे जमीन से हिस्सा लेने के लिए तंग करता रहता है तथा अक्सर ही दिन-रात लड़ाई करता है। उसने आरोप लगाया कि उसके पति ने कई बार उसे मारपीट कर घर से भी निकाला, लेकिन वह अपना घर बसाने के लिए दिन काटती रही। उसने कहा कि उसकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उसने कहा कि जब तक उसे मेरे घर में दाखिल नहीं होने दिया जाता, तब तक वह भूख हड़ताल जारी रखेगी।
इसी दौरान धरने पर साथ रहे कुलवंत सिंह राऊंके कलां, गुरजंट सिंह व अन्य का कहना था कि वह 3 दिनों से दर्शन सिंह के साथ फोन पर बातचीत करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं, लेकिन वह बात नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले पर प्रशासन भी कथित तौर पर राजसी दबाव कारण जरूरी कार्रवाई नहीं कर रहा। इस मामले में जब अध्यक्ष दर्शन सिंह घोलिया से संपर्क किया तो उसने कहा कि वह एक धार्मिक व इज्जतदार व्यक्ति हूं। मेरी पत्नी रिपनदीप कौर बार-बार लड़कर मायके चली गई तथा अब मेरे पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है। मैं धार्मिक जत्थेबंदियों के नेताओं को विनती करता हूं कि वे मेरे पारिवारिक मामले में दखल न दें।