Edited By Tania pathak,Updated: 18 Nov, 2020 03:46 PM
पुलिस प्रमुख ने बताया कि यह अपराधी हर तरह का अपराध करने के लिए तत्पर रहते हैं। भुपिन्दर सिंह भिन्दा और हरविन्दर सिंह ने फरार गैंगस्टर सुप्रीत सिंह उर्फ हैरी चट्ठा...
मोहाली (प्रदीप): मोहाली पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली जब गंभीर मामले के अपराधी रणबीर कलसी निवासी गांव नबीपुर गुरदासपुर, हरविन्दर सिंह वासी मुरादपुरा अमृतसर और भुपिन्दर सिंह वासी अमृतसर पर सूचना के आधार पर एक सुपारी किलर गिरोह को बेनकाब किया और तीनों को गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस प्रमुख सतीन्द्र सिंह ने बताया कि अगस्त महीने में 10 अगस्त 2020 को कुराली एरिया में एक ही दिन हथियारों की नोक पर एक कार और मोटरसाइकिल की वारदातें हुई थी। इन वारदातों संबंधी बारीकी के साथ जांच की जा रही थी, जिसके नतीजे के तौर पर कुराली में रणबीर कलसी को गिरफ्तार किया गया, जिसने पूछताछ दौरान माना कि भगौड़े गैंगस्टर सुखमीतपाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल और सुखप्रीत सिंह उर्फ हैरी चट्ठा के कहने पर उसने अपने साथियों हरविन्दर सिंह और भुपिन्दर सिंह भिन्दा के साथ मिल कर बहुचर्चित मोगा सैक्स स्कैंडल के आरोपी पति -पत्नी जो गवाह बन गए थे, की सितम्बर 2018 में उनके घर अंदर दाख़िल होकर अंधाधुन्ध गोलियां मार कर कत्ल किए थे।
इस वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने जो मोटरसाइकिल का प्रयोग किया था और उनके पास तीन पिस्तौलें भी थी। इस घटना संबंधी मुकदमा थाना जीरा फिरोजपुर में दर्ज है। रणबीर कलसी ने पूछताछ दौरान माना कि उसने गैंगस्टर सुख भिखारीवाल की हिदायत पर अपने दो और मोटरसाइकिल सवार साथियों समेत फिरोजपुर-मोगा रोड पर एक ढाबे पर रोटी खाने के लिए रुकी पुलिस पार्टी पर 18 अगस्त 2018 को फायरिंग कर हेरोइन के बड़े समगलर हरभजन सिंह उर्फ राणा निवासी फ़िरोज़पुर को पुलिस हिरासत से छुड़ाया था।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि यह अपराधी हर तरह का अपराध करने के लिए तत्पर रहते हैं। भुपिन्दर सिंह भिन्दा और हरविन्दर सिंह ने फरार गैंगस्टर सुप्रीत सिंह उर्फ हैरी चट्ठा की हिदायत पर अपने दो साथियों समेत नवंबर 2018 में रणजीत एवेन्यू अमृतसर के एक डाक्टर और उसके एक साथी को उसकी जमीन किसी पार्टी को दिखाने के बहाने बुला कर फिरौती लेने के लिए अगवा कर लिया था, जिसको डराने के लिए जब भिन्दा फायर करने लगा तो डाक्टर ने हाथ मारा और गोली हरविन्दर के कान को फाड़ती हुई क्रास कर गई। अफरा-तफरी में डाक्टर और उसका साथी बच निकलने में कामयाब हो गए थे। भुपिन्दर सिंह ने विदेश भागने के लिए जाली नाम गुरपिन्दर सिंह और फर्जी कागजात बना अपनी फोटो वाला भारतीय के पासपोर्ट भी जारी करवा लिया था। इन तीनों से आगे पूछताछ जारी है।