Edited By Suraj Thakur,Updated: 16 Jan, 2019 08:37 PM
आम आदमी पार्टी को छोड़ कर "पंजाब एकता पार्टी" का गठन कर चुके सुखपाल खैहरा को विधायक पद से हाथ धोना पड़ सकता है। AAP के विधायक दल के नेता हरपाल चीमा ने विधानसभा स्पीकर के.पी. एस राणा को पत्र सौंपकर खैहरा की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने की मांग की है।
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी को छोड़ कर "पंजाब एकता पार्टी" का गठन कर चुके सुखपाल खैहरा को विधायक पद से हाथ धोना पड़ सकता है। AAP के विधायक दल के नेता हरपाल चीमा ने विधानसभा स्पीकर के.पी. एस राणा को पत्र सौंपकर खैहरा की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने की मांग की है।
स्पीकर ने दिया कानून के मुताबिक कार्रवाई का आश्वासन...
खैहरा की विधानसभा से सदस्यता खत्म करने को लेकर AAP विधायक दल के नेता हरपाल चीमा ने स्पीकर को सौंपे गए पत्र में कहा है कि चूंकि सुखपाल खैहरा आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए उन्हें विधायक पद से हटाया जाना चाहिए। इस पर स्पीकर ने उन्हें कानून के मुताबिक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
दो सदस्य और दे चूके हैं पार्टी की मेंबरशिप से इस्तीफा...
बता दें कि इससे पहले AAP छोड़ चुके एचएस फूलका विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं जिसे स्पीकर ने अभी स्वीकार नहीं किया है। इस बाद विधायक मास्टर बलदेव सिंह ने भी आम आदमी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि विधायक दल के नेता हरपाल चीमा केवल सुखपाल खैहरा की विस सदस्यता खत्म करने की मांग को लेकर विधानसभा पहुंचे थे।
सदस्यता खत्म होने पर खैहरा लड़ सकते हैं दो चुनाव...
सुखपाल खैहरा की सदस्यता को खत्म करने की मांग को लेकर स्पीकर के.पी. एस राणा ने कहा कि कानून के प्रावधानों के मुताबिक ही उनकी सदस्यता को खत्म करने का फैसला लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कब तक उनकी सदस्यता खत्म की जाएगी। सुखपाल खैहरा की यदि विधानसभा से सदस्यता समाप्त कर दी जाती है तो उन्हें अपनी नई पार्टी के टिकट पर दो चुनाव लड़ने पड़ सकते हैं। उनकी सदस्यता खत्म हो जाने से भुल्थ विधानसभा की सीट खाली हो जाएगी। दूसरा यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह लोकसभा चुनाव बठिंडा से लड़ सकते हैं।