Edited By Vatika,Updated: 13 Jun, 2019 11:20 AM
जिला संगरूर के गांव भगवानपुर में बोरवैल में गिरे मासूम बच्चे फतेहवीर को बाहर निकालने में बड़े स्तर पर हुई गलतियों और तकनीक की कमी के अलावा सरकार की गंभीरता को लेकर पूरे पंजाब में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
गुरदासपुर(हरमनप्रीत): जिला संगरूर के गांव भगवानपुर में बोरवैल में गिरे मासूम बच्चे फतेहवीर को बाहर निकालने में बड़े स्तर पर हुई गलतियों और तकनीक की कमी के अलावा सरकार की गंभीरता को लेकर पूरे पंजाब में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। लोगों में रोष इस बात को लेकर है कि फतेहवीर को बचाना तो दूर, पूरा सिस्टम और सरकार के अलावा इंजीनियर और टैक्नोलॉजी इतनी भी सक्षम नहीं हैं कि साढ़े 5 दिन चले आप्रेशन को मुकम्मल करके नए खोदे गए बोर के जरिए उस मासूम बच्चे को बाहर निकाल पाते। लोग इस बात को लेकर बेहद खफा हैं कि अगर साढ़े 5 दिनों के बाद अगर प्रशासन ने फतेहवीर को पुराने बोरवैल में से कुंडी और रस्सी डाल कर ही निकालना था तो इतने दिन की देरी क्यों की।
अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं लोग
इस घटना में फतेहवीर तो सदा की नींद सो गया, मगर अब लोग यह सोच कर अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं कि इस देश या राज्य में इंसानों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है, जबकि विदेशों में तो जानवरों की जिंदगी बचाने के लिए भी संबंधित सरकारें ऐड़ी-चोटी का जोर लगा देती हैं।
जान से होते खिलवाड़ को रोकने की आवश्यकता
इस घटना के बाद सरकार की आलोचना करने वाले लोग यह मांग भी कर रहे है कि देश और राज्य की सरकारों को अभी भी संभलने और समझने की आवश्यकता है, सिर्फ बोरवैलों प्रति ही नहीं, बल्कि लोगों की जान के साथ अन्य स्थानों पर होते खिलवाड़ को रोकने के प्रति भी समय रहते संभलने की जरूरत है। ओवरलोड एवं तेज रफ्तार वाहन, खस्ता हालत सड़कें, सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण दम तोड़ते मरीजों समेत कई मामलों में भी सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है। अक्सर सीवरेज के खुले मैनहोल, सड़कों में पड़े गड्ढे, हाईवे पर अनधिकृत कट भी सरकार से ध्यान देने की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बेहद कड़ी आलोचना का शिकार हो रही सरकार
इस घटना को लेकर जहां संगरूर में लोगों ने रोष प्रदर्शन किया, वहीं सोशल मीडिया पर भी सरकार और संगरूर का प्रशासन लोगों के निशाने पर आ चुका है। लोगों का रोष इस हद तक बढ़ चुका है कि सरकार ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए। इस बड़े ड्रामे के बाद पुराने बोर में से ही फतेहवीर को बाहर निकाला है। लोग इस हद तक नाराज दिखाई दे रहे हैं कि सोशल मीडिया पर सरकार व राजनीतिज्ञों के खिलाफ भद्दी शब्दावली बरतने के अलावा यहां तक कहा जा रहा है कि इस मामले में लापरवाही करने वालों को भी बोर में फैंक देना चाहिए। लगभग पूरा दिन पंजाब में फतेहवीर की आत्मा को शांति के लिए अरदास और सरकार को कोसने का सिलसिला चलता रहा।