Edited By Vatika,Updated: 10 Jun, 2019 12:00 PM
संगरूर जिले के गांव भगवानपुरा में 6 जून शाम 4 बजे से बोरवैल में फंसे फतेहवीर को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी है लेकिन अभी तक एन.डी.आर.एफ. और सामाजिक संस्थाओं को कोई सफलता नहीं मिली।
संगरूरः संगरूर जिले के गांव भगवानपुरा में 6 जून शाम 4 बजे से बोरवैल में फंसे फतेहवीर को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी है । 120 फीट गहरे बोरवेल में 90 घंटे से फंसे 2 साल के बच्चे को निकलाने के लिए डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी, एन.डी.आर.एफ. और आर्मी की टीम लगी हुई हैं लेकिन अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई है।
वहीं फतेह को बाहर न निकालने पर लोगों का सरकार और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा फूटना शुरू हो चुका है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ढीली कार्रवाई को लेकर प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया है। लोगों ने सरकार और प्रशासन को निकम्मा व फेल साबित किया है, जो अभी तक फतेहवीर की लोकेशन का पता तक नहीं लगवा सकी।
इस तरह हुआ हादसा
गौरतलब है कि सुनाम इलाके में पड़ते सुगरूर जिले के गांव भगवानपुरा निवासी सुखविंदर सिंह का परिवार खेत में काम कर रहा था। इस दौरान उनका खेल रहा 2 साल का बेटा फतेहवीर सिंह न जाने कब उस तरफ चला गया, जहां पिछले 10 साल से बंद पड़े बोरवेल को प्लास्टिक की बोरी से ढ़क रखा था। धूप और बारिश वगैरह में कमजोर हो चुकी बोरी पर जैसे ही बच्चे का पैर पड़ा, वह उसी में ही उलझकर बोरवैल में नीचे चला गया। बच्चा 120 फुट गहराई और 9 इंच की पाइप में फंस गया था। बच्चे के नीचे गिरने का पता चलते ही घर वालों के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने आनन-फानन में पुलिस प्रशासन को सूचित किया। प्रशासन घटनास्थल पर हाजिर हो गया व तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। बच्चे को निकालने के लिए एन.डी.आर.एफ., डेरा प्रेमी और आर्मी की टीमें जुटी रही थी।