Edited By Sonia Goswami,Updated: 17 Apr, 2018 08:23 AM
फगवाड़ा में दलित व जनरल वर्ग के लोगों में हुई जातीय ङ्क्षहसा को लेकर जहां एक तरफ पुलिस के मुताबिक स्थिति अंडर कंट्रोल रही, मगर माहौल फिर भी थोड़ा तनावपूर्ण देखने को मिला।
जालंधर (मृदुल): फगवाड़ा में दलित व जनरल वर्ग के लोगों में हुई जातीय ङ्क्षहसा को लेकर जहां एक तरफ पुलिस के मुताबिक स्थिति अंडर कंट्रोल रही, मगर माहौल फिर भी थोड़ा तनावपूर्ण देखने को मिला। घटना को लेकर व्हाट्सएप पर अफवाहों का माहौल पूरी तरह गर्म रहा। इस जातीय ङ्क्षहसा को लेकर शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर गलत मैसेज वायरल किए। यह गलत मैसेज पुलिस मुलाजिमों से लेकर अफसरों के फोनों तक भी पहुंच गए।
इन मैसेजों में लिखा है कि लोग अपने घरों के अंदर रहें क्योंकि ङ्क्षहसा के दौरान जख्मी हुए लोगों की मौत हो चुकी है। एक अन्य मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल हुआ है कि फायरिंग में जख्मी हुए यशवंत कुमार बॉबी की इलाज दौरान सुबह मौत हो गई जिसे लेकर समाज के एक समुदाय में काफी रोष है। इसको लेकर फगवाड़ा बंद करने के आदेशों के साथ-साथ धरना प्रदर्शन की भी तैयारी चल रही है।
एक अन्य मैसेज व्हाट्सएप पर यह भी आया कि फायरिंग के दौरान घायल हुए दलित समुदाय के एक लड़के की मौत हो गई जिस कारण फगवाड़ा और जालंधर में दलित कम्युनिटी भड़की हुई है और लोग सड़कों पर उतर कर धरने-प्रदर्शन के साथ-साथ ङ्क्षहसा पर उतारू हैं। मैसेज में अपील की गई है कि लोग अपने घरों के अंदर ही रहे और कारोबारी अपनी दुकानें न खोलें।
हालात बिल्कुल नॉर्मल हैं। फगवाड़ा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की मदद से हालातों को काबू में कर लिया गया है। इस ङ्क्षहसा के पीछे सोशल मीडिया पर गलत मैसेज वायरल करने वालों पर भी कार्रवाई होगी। लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है जिसे बाखूबी पुलिस निभा रही है। -परमिंद्र सिंह भंडाल, एस.पी. डी