Edited By Updated: 18 Apr, 2017 11:44 AM
डिप्स स्कूल, करोल बाग में कुछ लोगों ने स्कूल के मुख्य गेट को ताला लगा कर स्कूल में प्रवेश बाधित करने का प्रयास किया।
जालंधर (पाहवा) : डिप्स स्कूल, करोल बाग में कुछ लोगों ने स्कूल के मुख्य गेट को ताला लगा कर स्कूल में प्रवेश बाधित करने का प्रयास किया। यही नहीं, स्कूल के बच्चों को भी स्कूल में नहीं जाने दिया गया जिसके कारण स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को घर वापिस भेज दिया ताकि बच्चों को किसी प्रकार का नुक्सान न पहुंचे। इस संबंध में डिप्स प्रबंधन ने जिला पुलिस आयुक्त व जिलाधीश को एक शिकायत दी है जिसमें स्कूल को जबरन ताला लगाने व गुंडागर्दी करते हुए स्कूल स्टाफ के साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया गया है।
स्कूल के प्रबंध ने पुलिस से की शिकायत
ग्रुप ऑफ डिप्स स्कूल के प्रबंध निदेशक तरविंद्र सिंह ने पुलिस आयुक्त को दी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि कमलदीप सिंह बेदी जो कि खुद को पंजाब अभिभावक एसोसिएशन का अध्यक्ष कहता है, सुखविंद्र सिंह, भगवंत कौर, सचिन भल्ला, सतनाम सिंह व 15-20 अन्य करोल बाग स्कूल शाखा में सुबह आए तथा स्कूल को बाहर से ताला लगा दिया। स्कूल को ताला लगाने के बाद बसों में बच्चों के स्कूल में आने का सिलसिला शुरू हुआ तो बसों को अंदर दाखिल नहीं होने दिया गया। यही नहीं, जब स्कूल के स्टाफ ने स्कूल में प्रवेश करना चाहा तो कमलदीप सिंह तथा अन्यों ने उनके साथ भी दुव्र्यवहार किया। तरविंद्र सिंह ने कहा कि मामला बिगड़ता देखकर संबंधित पुलिस थाने को सूचना दी गई जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामला संभाला। उन्होंने कहा कि माहौल को देखते हुए सभी बस चालकों को बच्चों को घर छोडऩे के लिए कहा गया। तरविंद्र सिंह ने कहा कि धक्के के साथ स्कूल के गेट पर ताले लगाने वाले लोग फीस में कटौती करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डिप्स स्कूल में राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक ही फीस ली जाती है। जो लोग उनके स्कूल की फीस वहन नहीं कर सकते वे बच्चों को हटा सकते हैं, लेकिन स्कूल फीस कम करवाने के लिए इस प्रकार की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि धरना लगाने वाले लोग साफ कह रहे थे कि अगर स्कूल में फीस कम की जाएगी, तभी स्कूल खुलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के बारे शिकायत की गई है, उनमें से कई लोग ऐसे थे जिनका स्कूल से कोई लेना-देना नहीं है। कुछ लोगों के तो बच्चे भी उनके स्कूल में नहीं पढ़ते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कमलदीप सिंह ने कथित तौर पर स्कूल प्रबंधन से 50 हजार रुपए हर माह देने को कहा है। स्कूल के फोन पर काल करके यह भी कहा गया था कि अगर मांग पूरी नहीं की जाएगी तो स्कूल के बाहर धरना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद करने के लिए दबाव बनाया गया तथा भविष्य में भी मांग पूरी न होने के एवज में इस प्रकार के हथकंडे अपनाने की चेतावनी दी गई है। तरविंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत करते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गई है। अगर सही में स्कूल फीस को लेकर कोई एतराज है तो इसके लिए संबंधित विभाग को शिकायत दी जा सकती है। किसी भी स्कूल के बाहर ताला लगा कर बच्चों को, स्कूल के स्टाफ को अंदर प्रवेश करने से रोकने का कोई अधिकार किसी के पास नहीं है।
किसी प्रकार का दबाव नहीं अभिभावकों पर
तरविंद्र सिंह ने कहा कि डिप्स स्कूल ने कभी भी अभिभावकों पर किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि स्कूल में पुस्तकों की सूची लगाई गई है तथा अभिभावक कहीं से भी किताबें खरीद सकते हैं। उन्हें न तो स्कूल से तथा न ही किसी खास दुकान से किताबें खरीदने को बाध्य किया गया है।
सी.बी.एस.ई. एफीलिएटेड स्कूल मैनेजमैंट एसोसिएशन भी उतरी मैदान में
डिप्स स्कूल में हुए मामले के बाद आज सी.बी.एस.ई. एफीलिएटेड स्कूल मैनेजमैंट एसोसिएशन ने भी जिला प्रशासन से इस प्रकार की घटना को गुंडागर्दी करार देते हुए निजात दिलाने को कहा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चोपड़ा ने कहा कि एसोसिएशन के सदस्यों के साथ उन्होंने आज जिलाधीश वरिंद्र शर्मा तथा पुलिस आयुक्त प्रवीण सिन्हा से मुलाकात की तथा एक शिकायत भी दी। एसोसिएशन ने मांग की कि एजुकेशन एक्ट के तहत स्कूलों तथा स्कूल के बच्चों की सुरक्षा का जिम्मा प्रशासन का है। उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी लोग अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए अकारण स्कूल प्रबंधकों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी स्कूल से कोई शिकायत है तो उसके लिए बकायदा सिस्टम के तहत शिकायत की जा सकती है। इस प्रकार किसी स्कूल के बाहर धरने देने या ताला लगा देने का अधिकार किसी के पास नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में तुरंत उचित कार्रवाई की जाए तथा स्कूल प्रबंधन को परेशान करने वाले लोगों पर कानून के तहत कार्रवाई हो।