Edited By Tania pathak,Updated: 13 Jul, 2020 10:25 AM
राज्य के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कमिश्नरेट केऐस पनूं ने कहा कि एफडीए पंजाब का ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ओवर टाईम काम कर रहा है, जिससे...
चंडीगढ़ (अश्वनी): कोविड -19 महामारी के मद्देनज़र राज्य में दवाओं की उचित स्पलाई और गुणवत्ता को यकीनी बनाने पर तीखी नज़र रखते हुए पंजाब के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (ऐफडीए) कमिश्नरेट की तरफ से लॉकडाउन के दौरान दवाएँ स्पलाई करने वालों और डिस्टीब्यूटर पर 3200 छापेमारियो को अंजाम दिया गया। कमिश्नरेट की तरफ से 1200 सैंपल भी लिए गए और 25 लाख रुपए की अवैध दवाएँ भी ज़ब्त की गई। इसके अलावा ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन करने पर 100 कैमिस्ट के लाइसेंस भी रद्द किये गए।
राज्य के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कमिश्नरेट केऐस पनूं ने कहा कि एफडीए पंजाब का ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ओवर टाईम काम कर रहा है, जिससे पंजाब के लोगों को वाजिब दरों पर मानक दवाएँ, ज़रूरी वस्तुएँ और ख़ुराक सामग्री की उपलब्धता को यकीनी बनाया जा सके। 23 मार्च, 2020 से लेकर लॉकडाउन दौरान सख़्त मेहनत की, जिससे सभी मेडिकल दुकानों में ज़रूरी दवाओं के भंडार को कायम रखना यकीनी बनाया जा सके।