Edited By Tania pathak,Updated: 26 Jun, 2021 12:26 PM
एक तरफ जहां देश की सरहदों पर हमारी रक्षा करते सैनिक जवानों को हम दिल से सैल्यूट करते हुए उनको बनता मान सम्मान देते हैं। लेकिन दूसरी तरफ विधानसभा हलका मोगा के गांव..
मोगा (गोपी राऊके): एक तरफ जहां देश की सरहदों पर हमारी रक्षा करते सैनिक जवानों को हम दिल से सैल्यूट करते हुए उनको बनता मान सम्मान देते हैं। लेकिन दूसरी तरफ विधानसभा हलका मोगा के गांव सोसन का एक ऐसा डिप्टी कमांडेंट रंजीत सिंह है, जो आसाम में देश की रक्षा के लिए अपनी ड्यूटी निभा रहा है। लेकिन हैरानी की बात है कि उसके जद्दी गांव की जमीन पर कब्जा हो रहा है।
यही नहीं इस जवान की पत्नी जसविंदर कौर ने सवा दो महीने पहले 15 मई को जब अपनी जमीन पर कथित तौर पर दर्जनों व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे कब्जे को रोकने का प्रयास किया तो उनके द्वारा कथित तौर पर इस महिला की खींचतान भी की गई तथा इसकी बाजू पर चोट लगी। जिस उपरांत पीड़ित परिवार ने थाना सदर मोगा के अलावा सिविल प्रशासन के अधिकारियों के पास इंसाफ लेने के लिए काफी मुशक्कत की। लेकिन अभी तक इस परिवार को इंसाफ की उम्मीद कहीं भी मिलती दिखाई नहीं दे रही। जिस कारण बेबस हुआ जवान अब परेशानियों में से गुजर रहा है। खेत में अकेली पत्नी के साथ कथित तौर पर तशद्द के मामले में इंसाफ लेने के लिए डिप्टी कमांडेंट रंजीत सिंह अचानक छुट्टी लेकर आया तथा उसने पूरा महीना जिला मोगा के पुलिस व सिविल प्रशासन के अधिकारियों आगे अपनी पत्नी के साथ हुई बेइंसाफी के मामले में इंसाफ के लिए काफी चक्कर निकाले, जब किसी भी अधिकारी से इंसाफ न मिला तो उसको 15 दिन की छुट्टी और बढ़ानी पड़ी।
लेकिन छुट्टी खत्म होने वाली है तथा इंसाफ नहीं मिला रहा। पत्नी जसविंदर कौर ने उच्चाधिकारियों को भेजे शिकायत पत्र की कापी दिखाते हुए कहा कि अगर एक देश की रक्षा करने वाले परिवार का यह हाल है तो आम लोग कहां से इंसाफ की उम्मीद कर सकते हैं। उसने कहा कि मेरी खेत में मारपीट की गई। जिसकी वीडियो भी पुलिस प्रशासन को भेजी है जिसमें यह साफ दिख रहा है कि मेरे साथ कथित तौर पर बेहद धक्केशाही की जा रही है। लेकिन अफसोस की बात है कि पुलिस प्रशासन ने पहले कार्रवाई करने में देरी कर दी तथा अब यह कहकर पल्ला झाड़ दिया है कि मामला माननीय कोर्ट में चलता है। लेकिन मारपीट की कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर आरोप लगाते कहा कि राजनीतिक शह कारण हमें इंसाफ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नर के पास शिकायतें देने के उपरांत इस मामले की जांच कर रहे एस.डी.एम. मोगा ने दोनों पक्षों को जमीन से छेड़-छाड़ न करने के आदेश दिए थे। लेकिन दूसरा पक्ष फिर आदेशों की अनदेखी करके जमीन पर कब्जा कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायती नेताओं की सहमती से उन्होंने जमीन का बंटवारा किया था। लेकिन अब दोनों जमीनों पर विरोधियों ने कब्जा कर लिया है। पीड़ित परिवार ने मीडिया द्वारा जिला प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है।
इस दौरान ही आज पीड़ित परिवार ने कहा कि अब परिवार के पास केवल मुख्यमंत्री का दरबार ही बचा है। क्योंकि निचले किसी भी अधिकारी ने इंसाफ नहीं दिलाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह आप देश की रक्षा करते रहे हैं तथा उनको पता है कि किन हालातों में देश के जवान उनकी सुरक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अब इंसाफ की गुहार लगाई जाएगी।
क्या कहना है थाना सदर के प्रभारी का
इस दौरान ही थाना सदर के प्रभारी निर्मलजीत सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि यह ड्रेन के रकबे का मामला है तथा व अभी मीटिंग में व्यस्त है तथा फिर इस मामले संबधी स्पष्ट करेंगे।
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