Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2017 07:19 AM
विश्व पर्यावरण दिवस पर जालंधर महानगर दुबई से भी गर्म रहा। जहां रेत और पत्थरों के शहर दुबई का तापमान 35 डिग्री सैल्यिस रहा, वहीं जालंधर का अधिकतम तापमान जहां 43.3 डिग्री सैल्यिस रहा व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया।
जालंधर(राहुल): विश्व पर्यावरण दिवस पर जालंधर महानगर दुबई से भी गर्म रहा। जहां रेत और पत्थरों के शहर दुबई का तापमान 35 डिग्री सैल्यिस रहा, वहीं जालंधर का अधिकतम तापमान जहां 43.3 डिग्री सैल्यिस रहा व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया। का दिन जून माह का सबसे गर्म दिन रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ घंटों में तापमान की ऊष्णता कम होने के आसार हैं।
जून 2016 का न्यूनतम व अधिकतम तापमान
मौसम विभाग की मानें तो साल 2016 में 4 व 5 जून को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सैल्सियस व 22 जून को न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया था।
बच्चों, बुजुर्गों व कामकाजी महिलाओं को करना पड़ा मुश्किलों का सामना
दूसरी तरफ बच्चों, बुजुर्गों व कामकाजी महिलाओं को भीषण गर्मी के चलते काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बच्चे स्कूलों में छुट्टियां होने के चलते ठंडे-मीठे पानी को बांटने व पीने के चक्कर में तेज धूप में भी सक्रिय रहे। कइयों को डाक्टरों की शरण में भी जाना पड़ा। दोपहर तक सूर्य देवता के रोद्र रूप से बुजुर्ग व सड़कों पर आने वाले सभी व्यक्तियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सड़कों पर छाया रहा सन्नाटा
तेज गर्मी तथा तपिश के चलते आज लोग बेहद परेशान रहे। हालांकि जगह-जगह निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में ठंडे-मीठे जल की छबीलें भी लगाई गई थीं।
पर्यावरण विशेषज्ञों का मत
पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो अत्याधुनिकता के चक्कर में हम स्वयं धरती पर गर्मी को बढ़ा रहे हैं। चाहे वह आधुनिक संचार क्रांति का वाहक कम्प्यूटर हो या तेज रफ्तार के लिए प्रयोग होने वाले दोपहिया, चौपहिया व अन्य यातायात व औद्योगिक उपकर्मों के वाहन। वृक्ष सूर्य की ऊष्णता को कम करने में सहायक हैं, वहीं पर्यावरण को सुरक्षित कर धरती पर जैविक जीवन को सुखमय बनाने व बढ़ाने में सहायक हैं परंतु अधिकतर लोग किसी न किसी प्रलोभन में फंस कर इन्हें लगातार काट रहे हैं। छप्पड़, तरनताल व नहरों की घटती संख्या भी गर्मी के प्रकोप को बढ़ा रही है।