Edited By swetha,Updated: 28 Oct, 2018 02:17 PM
पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी अकेले मंत्री नहीं हैं जो मी टू विवाद में फंसे हैं, बल्कि और भी 2-3 मंत्री अपने खराब प्रदर्शन के कारण पार्टी हाईकमान की राडार पर हैं। आई.ए.एस. महिला अधिकारी को अनुचित मैसेज भेजने का मामला सामने आने पर पार्टी ने उन पर...
चंडीगढ़ (स.ह.): पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी अकेले मंत्री नहीं हैं जो मी टू विवाद में फंसे हैं, बल्कि और भी 2-3 मंत्री अपने खराब प्रदर्शन के कारण पार्टी हाईकमान की राडार पर हैं। आई.ए.एस. महिला अधिकारी को अनुचित मैसेज भेजने का मामला सामने आने पर पार्टी ने उन पर विश्वास जताते हुए हाईकमान द्वारा अंतिम निर्णय किए जाने तक स्वयं आत्मसमर्पण करने को कहा है। इस फैसले से कुछ सप्ताह पहले पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने भी पार्टी को अपना इस्तीफा सौंपा था। पंजाब कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति चन्नी के मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
कांग्रेस का दोहरा चेहरा बेनकाब
हाल ही में कांग्रेस ने मी टू विवाद में फंसे केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर को मंत्री पद से हटाने की मांग कर लगातार विरोध प्रदर्शन किए थे। इस प्रकरण से कांग्रेस का दोहरा चेहरा बेनकाब हुआ है।सी.बी.आई. प्रकरण पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जाखड़ ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री ही विदेश से आने के बाद फैसला लेंगे।
सुलझा लिया गया है मामलाःआशा कुमारी
हालांकि इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है, यदि शिकायत आती है तो पार्टी ऐसे व्यक्ति को निष्कासित करने में समय नहीं लगाएगी। वहीं पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने चन्नी का बचाव करते हुए कहा था कि मामला हल कर लिया गया है। महिला अधिकारी द्वारा भी इसे खत्म किया जा चुका है। हालांकि टैक्स्ट मैसेज भेजना मी टू में नहीं आता है।
दीपावली के बाद हो सकता है फेरबदल
पार्टी सूत्रों से पता चला है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी फेरबदल की प्रक्रिया शुरू करेगी और दीपावली के बाद महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है जिसमें एक मंत्री को पद से हटाया जाएगा। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ विधायक लॉबिंग कर रहे हैं तो कुछ मनपसंद मंत्रालय की आस लगाए बैठे हैं। वहीं 2 मंत्री तो पहले ही अपने विभाग बदलने की इच्छा प्रकट कर चुके हैं।