Edited By Vaneet,Updated: 28 Apr, 2018 04:17 PM
फगवाड़ा के मेयर अरुण खोसला ने कहा कि उन्हें उस बयान के लिए सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियां मिल रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि शहर के गोल चौक का नाम बदलने की शक्ति नगर निगम के पास है न कि मुख्यमंत्री के पास। ...
फगवाड़ा: फगवाड़ा के मेयर अरुण खोसला ने कहा कि उन्हें उस बयान के लिए सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियां मिल रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि शहर के गोल चौक का नाम बदलने की शक्ति नगर निगम के पास है न कि मुख्यमंत्री के पास।
भाजपा नेता खोसला ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें फेसबुक समेत सोशल मीडिया पर धमकी भरे संदेश मिले हैं। उन्होंने कहा कि कल शाम उन्होंने यहां एक बैठक के दौरान जालंधर जोन के पुलिस महानिरीक्षक नौनिहाल सिंह को इस बाबत जानकारी दी। खोसला ने कहा कि उन्होंने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और उन्हें मिली धमकियों के ‘‘सबूत’’ के तौर पर एक सीडी जमा कराई है। कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप शर्मा से जब इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग मेयर की शिकायत की जांच कर रहा है।
खोसला ने 24-25 अप्रैल को जनरल समाज मंच और दुकानदारों के एक प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि शहर में किसी चौक का नाम रखने और बदलने की शक्ति नगर निगम के पास है न कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पास। मुख्यमंत्री ने दलित प्रतिधिनियों के साथ एक बैठक के दौरान गोल चौक का नाम बदलकर संविधान चौक करने को सैंद्धांतिक मंजूरी दी थी जिसके बाद खोसला ने यह टिप्पणी की।
गौरतलब है कि 13 अप्रैल को दलित समुदाय के सदस्यों ने गोल चौक पर कथित तौर पर बी आर अंबेडकर की तस्वीर लगा दी थी जिसके बाद फगवाड़ा में दलित संगठनों और हिंदू समूहों के सदस्यों के बीच झड़पें हुई जिसमें चार लोग घायल हो गए थे। दलित सदस्यों ने चौक का नाम बदलकर संविधान चौक रखने की भी कोशिश की।