Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 10:28 AM
चुनावों में पंजाब को दहलाने के लिए मौड़ मंडी में कांग्रेस की जनसभा में किए गए विस्फोट के रहस्य से धीरे-धीरे पर्दा उठता जा रहा है और शक की सूई डेरा मुखी की ओर इंगित कर रही है।
बठिंडा (विजय) : चुनावों में पंजाब को दहलाने के लिए मौड़ मंडी में कांग्रेस की जनसभा में किए गए विस्फोट के रहस्य से धीरे-धीरे पर्दा उठता जा रहा है और शक की सूई डेरा मुखी की ओर इंगित कर रही है।
पुलिस का खुफिया तंत्र जांच कर रहा है कि क्या डेरा मुखी के इशारे पर ही यह विस्फोट किया गया? टारगेट किसे बनाया जा रहा था, पुलिस के लिए यह एक बहुत बड़ी मिस्ट्री है। एस.आई.टी. अनुसार अगर जस्सी को ही निशाना बनाना था तो इसके लिए उनके पास बहुत समय था क्योंकि दोपहर को जब चुनावी रैली मौड़ मंडी शहर में निकाली गई तो उसमें भी यह कार मौजूद थी। मौड़ बम ब्लास्ट से पहले विस्फोट स्थल की रेकी की गई थी। शक है कि यह रेकी भी गुरतेज काला ने ही अपने सहयोगी के साथ की थी।
पुलिस ने सिरसा से मौड़ मंडी तक सड़कों पर लगे कुछ निजी सी.सी.टी.वी. कैमरे भी खंगाले हैं जिसमें कार चालक का चेहरा सामने आया लेकिन पुलिस के हाथ अब तक कुछ नहीं लगा। रोड मैप किसने बनाया था, पुलिस इसकी भी जांच में जुटी हुई है। एस.आई.टी. द्वारा बनाई गई टीमें डेरा मुखी के सुरक्षाकर्मी अमरीक सिंह व वर्कशाप इंचार्ज काला को गिरफ्तार करने में जुटी हुई हैं जबकि एक टीम ने डेरा सिरसा का 3 बार दौरा भी किया। डेरे में मौजूद अस्थायी प्रबंधकों ने इस मामले में पूरी तरह अनभिज्ञता जाहिर की। डेरे की मुख्य प्रबंधक विपासना से भी इस संबंधी पूछताछ करने की एस.आई.टी. तैयारी कर रही है।