Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 02:36 PM
क्या आप तलवाड़ा से शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी दरबार जाने का प्रोग्राम तो नहीं बना रहे। आप यदि चिंतपुर्णी दरबार जाने की तैयारी में हैं तो भूल कर भी तलवाड़ा से वाया संसारपुर टैरस मार्ग से होकर न जाएं क्योंकि इस मार्ग पर जगह-जगह ऐसे गहरे गड्ढे बन गए हैं...
हाजीपुर(डी.सी.): क्या आप तलवाड़ा से शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी दरबार जाने का प्रोग्राम तो नहीं बना रहे। आप यदि चिंतपुर्णी दरबार जाने की तैयारी में हैं तो भूल कर भी तलवाड़ा से वाया संसारपुर टैरस मार्ग से होकर न जाएं क्योंकि इस मार्ग पर जगह-जगह ऐसे गहरे गड्ढे बन गए हैं कि यदि बदकिस्मती से उनमें कोई गिर जाए तो वह सीधा मौत के मुंह में ही जा सकता है। फिलहाल तलवाड़ा से वाया दौलतपुर चौक से होकर चिंतपूर्णी दरबार जाना ही बेहतर है।
कैसी है दशा तलवाड़ा-चिंतपुर्णी सड़क की
क्रांतिकारी पंडित किशोरी लाल चौक (सब्जी मंडी) से राय साहिब चौधरी ज्ञान सिंह चौक तक सड़क पर गड्ढों का साम्राज्य बना है। यहां वाहन रेंग-रेंग कर चलते हैं। बारिश का कभी समय आ जाए तो ये तमाम गड्ढे पानी से भर जाते हैं। ऐसे समय में इस बदहाल मार्ग से बेवाकिफ कोई विशेकर दोपहिया लेकर गुजरे तो जिंदगी अनेकों खतरों से स्वयं को घिरी महसूस करती है। तलवाड़ा का यह क्षेत्र हलका दसूहा पंजाब का हिस्सा है। आगे थोड़ी दूरी तय करके हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करना होता है। इससे संसारपुर टैरस का औद्योगिक क्षेत्र पार करते ही माता चिंतपूर्णी दरबार तक का तमाम सड़क का रास्ता बद से भी बदतर है।
मौत का कुआं ही साबित होने की कागार पर ये खाइयां
रींढी कुठेडा, जंडौर, जोल, कोटला बेहड़, कस्बा कोटला, गुलारधार, पक्का टियाला, जौड़बढ़, शीतला आदि तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क अपनी बदहाली से सरकारों की कार्यशैला पर जवाबिया निशान लगाती है। पंजाब-हिमाचल प्रदेश को आपस में जोडऩे वाली इस महत्वपूर्ण सड़क की बदहाली का आलम यह है कि अनेकों जगहों पर सड़क के किनारों पर इतनी गहरी खाइयां बन गई हैं कि भगवान न करे यदि कोई वाहन अनियंत्रित होकर इसमें गिर जाए तो ये खाइयां जिंदगियों के लिए मौत का कुआं ही साबित होने वाली हैं। ऐसी मौत की बनी खाइयों के लिए गुलारधार-जसवां तहसील कार्यालय के बीच विश्राम गृह के पास का क्षेत्र गवाही के लिए काफी है।