Edited By Vatika,Updated: 07 Nov, 2018 09:19 AM
शादी के 2 वर्षों बाद पत्नी घरेलू झगड़े से तंग आकर विवाहिता अपने मायके घर चली गई। इस बात का पता चलने पर गुस्साए साले ने जीजे से बदला लेने के लिए अपने 4 साथियों के साथ मिलकर बहन के ससुराल में गंन प्वाइंट पर 6 लाख की लूट की वारदात कर दी।
लुधियाना(ऋषि): शादी के 2 वर्षों बाद पत्नी घरेलू झगड़े से तंग आकर विवाहिता अपने मायके घर चली गई। इस बात का पता चलने पर गुस्साए साले ने जीजे से बदला लेने के लिए अपने 4 साथियों के साथ मिलकर बहन के ससुराल में गंन प्वाइंट पर 6 लाख की लूट की वारदात कर दी।
थाना शिमलापुरी की पुलिस ने 1 महीने बाद वारदात को हल करते हुए मास्टमाइंड साले प्रदीप कुमार (27 साल) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथ देने वाले कुलविंद्र सिंह और उसके 3 अज्ञात दोस्त अभी फरार हैं। उपरोक्त जानकारी थाना शिमलापुरी के प्रभारी इंस्पैक्टर दविन्द्र सिंह ने बुधवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि पुलिस को 5 अक्तूबर 2018 को दी शिकायत में जगन नाथ निवासी शिमलापुरी ने बताया था कि दोपहर लगभग 2.30 बजे 2 बाइकों पर 5 युवक उनके घर आए, जिन्होंने उन्हें उनके बेटे प्रिंस का दोस्त बताया और एक दोस्त के बेटा होने पर उसकी मिठाई देने की बात कही, जब पिता सभी को घर के अंदर लेकर आए तो उन्होंने गन प्वाइंट पर लूट की वारदात कर दी। पुलिस के अनुसार अब तब की जांच में सामने आया है कि विवाहिता पहले भी कई बार अपने मायके घर लड़ाई झगड़ा होने पर चली गई थी और दोनों परिवारों का आपस में पंचायती राजीनामा भी हो चुका है। इस बार झगड़ा होने पर उसने अपनी मां के सामने बात कही कि उसकी दादी सास भी 8 महीने से उन्हीं के पास आकर रहने लग पड़ी और उसके पास एक बैग है, जिसमें लाखों रुपए है। यह बात आरोपी के कानों तक पहुंच गई, जिसके बाद वह वारदात का प्लान बनाने लग पड़ा। आरोपी की खुद की छोटी-सी हौजरी इकाई है।
मोबाइल फोन डिटेल से हल हुई वारदात
इंस्पैक्टर दविंद्र सिंह के अनुसार जब साले पर शक होता देख उसके मोबाइल की वारदात वाले दिन की डिटेल निकलवाई तो उसमें कुलविंद्र सिंह का नाम सामने आया है, जिस पर थाना डिवीजन नं.-2 में एन.डी.पी.एस. एक्ट का मामला दर्ज है, जब मामले की बारीकी से जांच की गई तो एक से एक कड़ी जुड़ती गई और मामला हल हो गया। पुलिस के अनुसार वारदात के समय आए अन्य तीनों नौजवानों को प्रदीप नहीं जानता, उन्हीं के पास रिवाल्वर थी, कुलविंद्र के पकड़े जाने के बाद उनकी पहचान हो पाएगी। पुलिस के अनुसार लूटी गई नकदी से प्रदीप को मात्र 5 हजार रुपए ही मिले थे, जबकि अन्य पैसे सभी ने आपस में बांट लिए थे। प्रदीप और कुलविंद्र एक दूसरे को कुछ समय पहले ही मेहरबान इलाके में एक धार्मिक स्थल पर मिले थे, जिसके बाद आपस में गहरी दोस्ती हो गई।