Edited By Vatika,Updated: 17 Feb, 2019 10:54 AM
14 फरवरी का दिन भारतीय इतिहास में काले दिन के तौर पर जाना जाएगा, क्योंकि इस दिन श्रीनगर के पुलवामा अधीन आते अवंतीपोरा क्षेत्र में आतंकियों द्वारा किए गए आत्मघाती हमले दौरान सी.आर.पी.एफ. की बस पर बड़ा हमला करने से करीब 44 से अधिक जवान शहीद हो गए थे
तरनतारन (रमन): 14 फरवरी का दिन भारतीय इतिहास में काले दिन के तौर पर जाना जाएगा, क्योंकि इस दिन श्रीनगर के पुलवामा अधीन आते अवंतीपोरा क्षेत्र में आतंकियों द्वारा किए गए आत्मघाती हमले दौरान सी.आर.पी.एफ. की बस पर बड़ा हमला करने से करीब 44 से अधिक जवान शहीद हो गए थे जिनमें पंजाब के 4 जवान शामिल हैं। यह हमला इतना भयानक था कि इसमें अधिकतर शहीद हुए जवानों के शरीर के पूरे अंग तक घर नहीं पहुंचे। वहीं शहीद हुए सुखजिन्द्र सिंह का सुबह करीब 3.30 बजे अमृतसर हवाई अड्डे से सी.आर.पी.एफ. के ट्रक द्वारा पोस्टमार्टम रूम में पहुंचा। शहीद सुखजिन्द्र सिंह की मां आज भी अपने घर की दहलीज पर खड़ी होकर अपने दिल के टुकड़े का इंतजार कर रही है। जैसे मानों उसका बेटा सुखजिन्द्र सिंह आने वाला है।
शहीद प्रताप सिंह के परिवार को सरकार ने कुछ नहीं दिया
इस संबंधी मीडिया को जानकारी देते हुए जसविंदर सिंह एक्स सर्विसमैन ने बताया कि उनके गांव के करीब 300 जवान देश के दुश्मनों से लड़ रहे हैं। इस गांव के निवासी प्रताप सिंह 1995 में शहीद हो गए थे। उनके परिवार को सरकार ने कुछ नहीं दिया और इस परिवार के लिए भी सिर्फ सरकारी ऐलान रह जाना है।
भीड़ के आक्रोश को देखकर राज्यसभा सदस्य चुपचाप खिसक गए
सुखबिंदर सिंह सुखसरकारिया द्वारा इस हमले में शहीद हुए सुखजिन्द्र सिंह के परिवार को 12 लाख रुपए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के ऐलान के बाद कुछ गांव वासियों जिनमें सेवामुक्त फौजी शामिल थे, ने दिल्ली से आए रा’यसभा सदस्य विजय गोयल से प्रश्न किया कि परिवार के लिए क्या ऐलान किए हैं, तो उन्होंने कहा कि वह परिवार की मांग को केन्द्र तक पहुंचाएंगे। भीड़ के आक्रोश को देखकर वह चुपचाप खिसक गए। इस अवसर पर सांसद विजय गोयल, जिलाधीश प्रदीप सभ्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह सुख सरकारिया, हलका पट्टी के विधायक हरमिन्द्र सिंह गिल, हलका तरनतारन के विधायक डा. धर्मबीर अग्रिहोत्री, खेमकरण के विधायक सुखपाल भुल्लर, जीरा के विधायक कुलबीर सिंह जीरा, पूर्व मंत्री लक्ष्मी कांता चावला, पूर्व मंत्री अनिल जोशी, सहायक कमिश्नर (ज) संदीप ऋषि, एस.डी.एम. पट्टी अनुप्रीत कौर, एस.डी.एम. सुरिन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों, पूर्व विधायक रविन्द्र सिंह ब्रह्मपुरा, एस.पी. गुरनाम सिंह, एस.पी. जसवंत कौर के अलावा बड़ी संख्या में सी.आर.पी.एफ. के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि भेंट की।