Edited By Vatika,Updated: 29 Jan, 2019 05:10 PM
एक तरफ जहां पंजाब सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कक्षा बनाने और शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के दावे किए जा रहे है। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के कुछ ऐसे सरकारी स्कूल भी है जो सरकार के दावों की जमीनी हकीकत बयान कर रहे हैं।
मानसाः एक तरफ जहां पंजाब सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कक्षा बनाने और शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के दावे किए जा रहे है। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के कुछ ऐसे सरकारी स्कूल भी है जो सरकार के दावों की जमीनी हकीकत बयान कर रहे हैं।
जी हां, खोखर कलां का सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जिले का एक ऐसा स्कूल है जिसमें पिछले 5 सालों से छात्र खुले आसमान में पढ़ने को मजबूर हैं।इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की गिनती करीब 300 है और ठंड से बचाव के लिए अध्यापकों ने स्कूल की दीवारों पर तरपाल डाली हुई है तांकि बच्चों को ठंड से बचाया जा सके। इसके बावजूद भी ठंड से बच्चे बीमार हो चुके है।
वहीं स्कूल के हैड मास्टर और छात्रों ने सरकार से स्कूल में पक्के कमरे बनवाने की मांग की है। हैड मास्टर का कहना है कि जल्द से जल्द स्कूल की बिल्डिंग का अधूरा काम पूरा करवाया जाए तांकि बच्चों का आ रही परेशानी का हल किया जा सके और पढ़ाई सही तरीके से हो सके।