Edited By swetha,Updated: 26 May, 2019 08:35 AM
:लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल को मिली करारी हार के लिए पार्टी हाईकमान के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। इसकी शुरूआत राजधानी दिल्ली से हुई है।
नई दिल्ली:लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल को मिली करारी हार के लिए पार्टी हाईकमान के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। इसकी शुरूआत राजधानी दिल्ली से हुई है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने इसके लिए सीधे पार्टी हाईकमान को जिम्मेदार माना है। साथ ही कहा कि पंथक मोर्चे पर कौम के सवालों का जवाब देने में असमर्थ रही पार्टी हाईकमान मतदान की पूर्व संध्या पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान का सियासी फायदा उठाने में भी कामयाब नहीं हुई है। उन्होंने कौम के नाम खुला पत्र लिखकर अकाली दल की हुई सियासी दुर्गति पर सिख बुद्धिजीवियों को मंथन करने की भी अपील की है।
मनजीत सिंह जी.के. ने हमलावर अंदाज में कहा कि पंजाब में अकाली दल के 10 में से 8 उम्मीदवार मोदी सुनामी के बावजूद बुरी तरह से हारे हैं जबकि 2 उम्मीदवार तीसरे नंबर पर आए हैं। खडूर साहिब जैसी पंथक सीट जिस पर अकाली दल कभी नहीं हारा था वह सीट भी नहीं बचा सके। यहां तक कि मोदी लहर के बावजूद पार्टी पंजाब की अपनी हिस्से की 94 विधानसभा सीटों में से 20 पर ही बढ़त प्राप्त करने में कामयाब रही है।